नई दिल्ली: दिल्ली के लोग वीक एंड पर रेस्टोरेंट्स में खाना खूब पसंद करते हैं. अगर बात गर्मियों की करें, तो बहुत से लोग घरों से निकलने में भी कतराते हैं. वहीं स्कूलों में होने वाली दो महीने की छुट्टियों के कारण कई परिवार दिल्ली से बाहर घूमने निकल जाते हैं. इससे राजधानी के रेस्टोरेंट पर कितना प्रभाव पड़ता हैं? उनकी सेल में कितनी गिरावट आती हैं? इसके अलावा कौन-से मौसम में ज्यादा काम होता है? ऐसे तमाम सवालों के जवाब नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के कोषाध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने दिया है.
मनप्रीत सिंह ने बताया कि गर्मियों में दिन के समय सेल थोड़ी कम होती हैं, लेकिन शाम को अच्छी संख्या में फुटफॉल रहता है. इससे बिक्री बैलेंस हो जाती हैं. वहीं गर्मियों की छुट्टियों में दिल्ली से बाहर घूमने जाने के बाद भी सेल पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है. जिस तरह से दिल्ली के लोग अन्य राज्यों या देशों में जाते हैं, उसी तरह दिल्ली में भी बहुत से सैलानी घूमने आते हैं, जिससे ठीक-ठाक काम चल जाता है.
कोरोना के बाद बिजनेस में 15% इजाफा: 2019 में आई कोरोना महामारी के कारण सभी क्षेत्रों के कारोबार ठप पड़ गए थे. देशी और अंतरराष्ट्रीय यात्राएं रद्द हो गई थी. टूरिज्म पर रोक लग गई थी. इस दौरान रेस्टोरेंट से जुड़े व्यवसायियों को काफी नुकसान हुआ था. मनप्रीत ने बताया कि तमाम रेस्टोरेंट महामारी में बंद हो गए. मगर, अब स्थिति सुधरी है. अब लोगों ने दोबारा रेस्टोरेंट में आना शुरू कर दिया है. इससे सेल में प्री-कोविड पीरियड की तुलना में 10 से 15 फीसदी का इजाफा हुआ है.
सेल में कब आती है गिरावट? स्वादिष्ट खाने के शौकीन लोग हर मौसम में रेस्टोरेंट का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं. मनप्रीत ने बताया कि वीक एंड में सेल अच्छी होती है. सोमवार और मंगलवार को सेल कम रहती है. वहीं बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को रेस्टोरेंट में खाने-पीने वाले गेस्ट की संख्या बढ़ती है. वहीं जो रेस्टोरेंट कनॉट प्लेस में हैं, वहां अगर जंतर-मंतर पर कोई धरना-प्रदर्शन होता है, तो सेल पर प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा एरिया में कोई VIP मूवमेंट होता है, तब भी रेस्टोरेंट की सेल पर प्रभाव पड़ता है.
हर साल कितने रेस्टोरेंट में हो जाते हैं बंद? दिल्ली में हर साल बड़ी संख्या में नए रेस्टोरेंट खुलते हैं, लेकिन ज्यादातर बंद हो जाते हैं. मनप्रीत ने बताया कि अगर 100 फीसदी नए रेस्टोरेंट खुलते हैं, तो उसमें से 90 फीसदी बंद हो जाते हैं. बाकि बचे 10 फीसदी में से 6 फीसदी रेस्टोरेंट का काम ठीक ठाक होता है. मात्र 4 फीसदी ऐसे होते हैं, जो मार्केट में अच्छा काम कर पाते हैं. इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने बताया कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नए खुले ज्यादातर रेस्टोरेंट सेल कैप्चर नहीं कर पाते हैं और उनको घाटे के कारण रेस्टोरेंट को बंद करना पड़ता है.
दिल्ली में रेस्टोरेंट व्यापार को बढ़ावा: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में रेस्टोरेंट के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बीते 6 जून को 155 और दुकानों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोलने की मंजूरी दी है. पिछले दो वर्षों में कुल 523 दुकानों को 24 घंटे संचालित करने की अनुमति दी गई है. यह अब तक चली आ रही व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव है. जहां 1954 से 2022 तक 68 वर्षों में केवल 269 प्रतिष्ठानों को इस तरह की अनुमति दी गई थी. वहीं, वर्ष 2022 में 313 आवेदनों को मंजूरी दी गई. जबकि 2023 में 55 आवेदन पहले ही स्वीकृत किए जा चुके हैं.
वहीं पिछले साल दिसंबर में उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा जारी नए नियमों के तहत हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी परिसर के भीतर पांच सितारा और चार सितारा होटलों के सभी रेस्टोरेंट आवश्यक शुल्क के भुगतान के बाद 24 घंटे खोलने की परमिशन है. इसी तरह 3 सितारा होटलों में मौजूद रेस्टोरेंट को रात 2 बजे तक खोला जा सकेगा. जबकि अन्य सभी श्रेणियों में यह समय-सीमा रात 1 बजे खोलने की बात कही गई थी.
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