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नवंबर की तुलना में दो तिहाई कम हुए एक्टिव केस, स्वास्थ्य मंत्री बोले कम हो रहा प्रकोप

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब धीमी पड़ती जा रही है. सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या नवम्बर की तुलना में करीब दो तिहाई कम हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इसे लेकर संतोष जताया है.

Satyendra Jain
सत्येंद्र जैन
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Published : Dec 16, 2020, 5:29 PM IST

नई दिल्ली: बीते नवम्बर महीने में कोरोना की गम्भीर चपेट में रही दिल्ली को अब संक्रमण के प्रकोप से मुक्ति मिलने लगी है. दिल्ली में पहली बार कोरोना संक्रमण दर 2 फीसदी से नीचे आकर 1.9 फीसदी पर पहुंच गई है, वहीं सक्रिय मरीजों की दर भी घटकर 2.37 फीसदी हो गई है. यह दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की सबसे बड़ी दर है. आपको बता दें कि नवम्बर में ही एक समय संक्रमण दर 15 फीसदी को पार कर गई थी.

नवम्बर की तुलना में दो तिहाई कम हुए एक्टिव केस

कल आए थे 1617 कोरोना केस

15 नवम्बर को दिल्ली में संक्रमण दर 15.33 फीसदी थी, वहीं तब सक्रिय मरीजों की संख्या 44 हजार से ज्यादा थी और एक दिन में 8 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे, लेकिन बीते दिन रिकॉर्ड 85 हजार टेस्ट के बावजूद महज 1617 नए केस सामने आए. इसका नतीजा यह हुआ है कि संक्रमण दर अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई है और सक्रिय मरीजों की संख्या 14,480 पर आ गई है, यानी नवम्बर की तुलना में इसमें दो तिहाई से ज्यादा की कमी आ गई है.

'मास्क के अभियान का असर'

इन आंकड़ों की मानें, तो दिल्ली में कोरोना की रफ्तार अब मंद पड़ रही है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र ने कहा कि यह बड़े संतोष की बात है कि दिल्ली से कोरोना का प्रकोप कम होता जा रहा है. हालांकि उन्होंने लोगों से अपील की कि मास्क जरूर लगाएं. उन्होंने यह भी कहा कि कम हो रहे कोरोना मामले मास्क को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर लगता है. सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि आईसीयू बेड्स की उपलब्धता भी अब बढ़ रही है.

डब्लूएचओ के पैमाने का जिक्र

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में लगभग 50 फीसदी आईसीयू बेड्स उपलब्ध हैं और कुछ बड़े प्राइवेट असप्तालों में यह उपलब्धता 80-90 फीसदी है. डब्लूएचओ के पैमाने का जिक्र करते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा कि डब्लयूएचओ का मानना है कि संक्रमण दर 8% फीसदी से कम होनी चाहिए और 5 फीसदी हो तो ऑप्टिमम है, लेकिन हमारी पॉजिटिविटी तो 2 फीसदी से भी कम है. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी हम इंतज़ार करते है कि यह कब तक रहता है.

'नहीं कह सकते कि खत्म हो गई तीसरी लहर'

सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले 5 दिन से संक्रमण दर 3 फीसदी से कम है, वहीं 15 दिन से यह 5 फीसदी से कम है. इसका मतलब निश्चित तौर पर कोरोना का डाउन ट्रेंड है. हालांकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम नहीं कह सकते कि तीसरी लहर खत्म हो गई है, क्योंकि केस तो अभी भी आ रहे हैं, 2 फीसदी ही सही. सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना का प्रकोप अब कम हो रहा है, लेकिन यह बाकी अन्य बीमारियों की तरह तो अभी चलेगा ही.

नई दिल्ली: बीते नवम्बर महीने में कोरोना की गम्भीर चपेट में रही दिल्ली को अब संक्रमण के प्रकोप से मुक्ति मिलने लगी है. दिल्ली में पहली बार कोरोना संक्रमण दर 2 फीसदी से नीचे आकर 1.9 फीसदी पर पहुंच गई है, वहीं सक्रिय मरीजों की दर भी घटकर 2.37 फीसदी हो गई है. यह दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की सबसे बड़ी दर है. आपको बता दें कि नवम्बर में ही एक समय संक्रमण दर 15 फीसदी को पार कर गई थी.

नवम्बर की तुलना में दो तिहाई कम हुए एक्टिव केस

कल आए थे 1617 कोरोना केस

15 नवम्बर को दिल्ली में संक्रमण दर 15.33 फीसदी थी, वहीं तब सक्रिय मरीजों की संख्या 44 हजार से ज्यादा थी और एक दिन में 8 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे, लेकिन बीते दिन रिकॉर्ड 85 हजार टेस्ट के बावजूद महज 1617 नए केस सामने आए. इसका नतीजा यह हुआ है कि संक्रमण दर अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई है और सक्रिय मरीजों की संख्या 14,480 पर आ गई है, यानी नवम्बर की तुलना में इसमें दो तिहाई से ज्यादा की कमी आ गई है.

'मास्क के अभियान का असर'

इन आंकड़ों की मानें, तो दिल्ली में कोरोना की रफ्तार अब मंद पड़ रही है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र ने कहा कि यह बड़े संतोष की बात है कि दिल्ली से कोरोना का प्रकोप कम होता जा रहा है. हालांकि उन्होंने लोगों से अपील की कि मास्क जरूर लगाएं. उन्होंने यह भी कहा कि कम हो रहे कोरोना मामले मास्क को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर लगता है. सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि आईसीयू बेड्स की उपलब्धता भी अब बढ़ रही है.

डब्लूएचओ के पैमाने का जिक्र

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में लगभग 50 फीसदी आईसीयू बेड्स उपलब्ध हैं और कुछ बड़े प्राइवेट असप्तालों में यह उपलब्धता 80-90 फीसदी है. डब्लूएचओ के पैमाने का जिक्र करते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा कि डब्लयूएचओ का मानना है कि संक्रमण दर 8% फीसदी से कम होनी चाहिए और 5 फीसदी हो तो ऑप्टिमम है, लेकिन हमारी पॉजिटिविटी तो 2 फीसदी से भी कम है. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी हम इंतज़ार करते है कि यह कब तक रहता है.

'नहीं कह सकते कि खत्म हो गई तीसरी लहर'

सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले 5 दिन से संक्रमण दर 3 फीसदी से कम है, वहीं 15 दिन से यह 5 फीसदी से कम है. इसका मतलब निश्चित तौर पर कोरोना का डाउन ट्रेंड है. हालांकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम नहीं कह सकते कि तीसरी लहर खत्म हो गई है, क्योंकि केस तो अभी भी आ रहे हैं, 2 फीसदी ही सही. सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना का प्रकोप अब कम हो रहा है, लेकिन यह बाकी अन्य बीमारियों की तरह तो अभी चलेगा ही.

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