नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में रामलीला को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. दिल्ली में 15 अक्टूबर से रामलीला शुरू हो रही हैं, जिसे लेकर सभी कमेटियों ने तैयारी शुरू कर दी है. रामलीला की तैयारियों के मद्देनजर गुरुवार को रामलीला महासंघ के पदाधिकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. मुलाकात में लवकुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार, चेयरमैन पवन गुप्ता, अंकुर गोयल के साथ सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल भी शामिल हुए.
ग्रीन पटाखा जलाने की मांगी अनुमति: लवकुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने 'ईटीवी भारत' से बातचीत के दौरान बताया कि आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर उन लोगों ने लालकिले पर होने वाली लवकुश रामलीला कमिटी की ओर से सीएम को दशहरे पर आने का न्यौता दिया. इसके साथ ही आग्रह किया है कि दशहरे के दिन सिर्फ एक घंटे ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति दी जाए ताकि रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन पारंपरिक रूप से पूर्ण हो सके. बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में रावण के पुतले का दहन श्रीराम करते हैं. यदि पुतलों में आतिशबाजी नहीं होगी तो दर्शकों का रोमांच और उत्साह फीका पड़ जाएगा. कमेटी की इस मांग पर मुख्यमंत्री आश्वासन दिया है कि इसपर जरूर विचार किया जाएगा.
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दिल्ली में होती है लगभग 650 रामलीलाएं: दिल्ली में रामलीला मंचन और लाउडस्पीकर बजाने के लिए निर्धारित समय रात 10 बजे तक का ही होता है. कमिटी ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस समय को भी बढ़ाने की मांग की. कमेटी के सदस्य जल्द इस बाबत नोटिस जारी होने की उम्मीद कर रहे हैं. इसके अलावा कमिटी के सदस्यों ने एमसीडी संबंधित समस्याओं को भी सीएम के साथ साझा किया. पूरी दिल्ली में मिला कर छोटी बड़ी 650 रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है. अर्जुन ने बताया कि आमतौर पर 40 दिनों के लिए कमेटियों को एमसीडी ग्राउंड की बुकिंग देती है, लेकिन कुछ जगहों पर 10 दिन की बुकिंग के लिए ही अनुमति दी जाती है, जिसे बढ़ाया जाना चाहिए.
सीएम ने इस मुद्दे को लेकर एमसीडी को आदेश देने का आश्वासन दिया है. सीएम ने एमसीडी की तरफ से रामलीलाओं के ग्राउंड के आसपास दवाओं का समुचित छिड़काव करवाए जाने का भी आश्वासन दिया. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री हर साल रामलीलाओं और दशहरे पर शामिल होते हैं और इस साल भी शामिल होंगे.
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