नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 35 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान दिल्ली पुलिस पीसीआर लगातार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रही है. बीते 24 घंटे में ऐसी 13 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर के जरिये अस्पताल पहुंचाया गया है, जिन्हें कोई गाड़ी नहीं मिल रही थी. वहीं पूरे लॉकडाउन के दौरान पीसीआर के जरिये 776 गर्भवती महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाने का काम किया गया है.
पुलिस मरीजों को पहुंचा रही अस्पताल
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है. इसके चलते राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा पूरी तरीके से बंद है.
मरीजों को अस्पताल जाने के लिए न तो ऑटो-टैक्सी मिल रही है और ना ही एम्बुलेंस. इसलिए पीसीआर गंभीर मरीजों की लगातार मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाना का काम इस दौरान लगातार कर रही है. खासतौर से गर्भवती महिलाएं, दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज और अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीआर द्वारा निभाई जा रही है.
13 गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार बीते 24 घंटे में पीसीआर के जरिये विभिन्न इलाकों से 13 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया है. प्रसव पीड़ा के चलते परेशान इन महिलाओं को अस्पताल जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिल रही थी.
इनमें से 5 कॉल रात 11 से सुबह 5 बजे के बीच पीसीआर को मिली. वहीं कई कॉल ऐसी जगह से मिली जहां से अस्पताल की दूरी 14 किलोमीटर से भी ज्यादा थी. इन सभी कॉल के जरिये पीसीआर ने महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम किया.