नई दिल्ली: संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध बी के सिंह ने बताया कि लाल किले और आईटीओ पर हुई हिंसा से जुड़े नौ मामलों की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. मोबाइल फोन कॉल के डंप डाटा और ट्रैक्टरों की रजिस्ट्रेशन संख्या की भी जांच की जा रही है.
नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की एक टीम को हिंसा से जुड़े वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज का एनालिसिस करने के लिए बुलाया गया है ताकि ट्रैक्टर परेड हिंसा के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके.
हिंसा के मामले में 5 आरोपियों की पहचान
लाल किला हिंसा मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि लाल किला पर हुई हिंसा के मामले में 5 आरोपियों की पहचान हुई है. जिन पर पहले से ही पंजाब में मुकदमे दर्ज हैं. यह पहले भी स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार हो चुके हैं.
1000 लोगों ने जबरदस्ती लाल किला में प्रवेश किया था
26 जनवरी को करीब 40 से 50 ट्रैक्टर पर मौजूद 1000 लोगों ने जबरदस्ती लाल किला में प्रवेश किया था और वहां जमकर उत्पात मचाया था. पुलिसकर्मियों से उनके हथियार छीनने की भी कोशिश की गई थी. जिसे लेकर थाना कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
ये भी पढ़ें:-जब तक गिरफ्तार किसानों को छोड़ा नहीं जाएगा, बातचीत नहीं होगी: राकेश टिकैत
इस मामले की जांच में क्राइम ब्रांच को यह पता लगा है कि इस हिंसा मामले में शामिल पंजाब से ताल्लुक रखने वाले पांच से छह आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनके ऊपर हत्या सहित कई संगीन मुकदमे पहले से ही दर्ज है.