नई दिल्लीः 26 जनवरी पर किसान आंदोलन के दौरान लाल किला हिंसा (Red Fort violence) को लेकर आरोपित 83 युवकों को पंजाब सरकार द्वारा दो-दो लाख रुपये देने (compensation to accused of Red Fort violence) पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं. दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड एसीपी वेद भूषण ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोर्ट में जाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस पर तुरंत विचार करें, क्योंकि वह अपराधी हैं, जिन्होंने देश की शान में बट्टा लगाया है. तिरंगे का अपमान किया है. इनको दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कहना बहुत ही निंदनीय है. 26 जनवरी पर किस तरह इन्होंने जानलेवा हमला किया, यह सबने देखा है, जिसमें दिल्ली पुलिस के 394 जवान घायल हुए थे. इसमें 83 युवक आरोपित किये गए, अब उन्हीं को मुआवजे के रूप में ईनाम देने की बात कही जा रही है. वेद भूषण ने कहा कि दुनिया को पता लग गया कि इस हिंसा के पीछे किसकी मंशा थी. ऐसे यूथ की जरूरत नहीं है, जो देश की शान पर बट्टा लगाएं.
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