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दोस्त की मौत का बदला लेने हुआ था गोगी गैंग में शामिल, क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा

डीसीपी जी रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच की एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स फरार चल रहे बदमाशों को लेकर काम कर रही थी. बाहरी दिल्ली में जितेंद्र उर्फ गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू के बीच चल रही रंजिश एवं हत्याओं को लेकर भी क्राइम ब्रांच की टीम ने काम शुरू किया.

दोस्त की मौत का बदला लेने हुआ था गोगी गैंग में शामिल
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Published : Mar 5, 2019, 8:53 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी में गोगी गैंग के फरार शूटर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि अपने रिश्तेदार और दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए एक बदमाश जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग में शामिल हो गया. बताया जा रहा है कि गैंग का सुनील उर्फ टिल्लू से रंजिश चल रहा है. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...

जानकारी के मुताबिक साथियों की हत्या के लिए प्रदीप नामक यह बदमाश हथियार का इंतजाम करने लगा. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एक कट्टा बरामद किया है. वह 20 से ज्यादा आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है. वह नरेला थाने का घोषित बदमाश है.

डीसीपी जी रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच की एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स फरार चल रहे बदमाशों को लेकर काम कर रही थी. बाहरी दिल्ली में जितेंद्र उर्फ गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू के बीच चल रही रंजिश एवं हत्याओं को लेकर भी क्राइम ब्रांच की टीम ने काम शुरू किया. यह पता चला कि दोनों गैंग अधिक से अधिक शूटरों को अपने गैंग में शामिल कर रहे हैं.
बीते 2 मार्च को एएसआई दानवीर सिंह को सूचना मिली कि जितेंद्र उर्फ गोगी का साथी प्रदीप पूठ खुर्द के महर्षि बाल्मीकि अस्पताल के पास आएगा. इस जानकारी पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर जतन सिंह की टीम ने छापा मारकर प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में उसके पास से एक पिस्तौल बरामद हुई.

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पुलिस को आरोपी प्रदीप ने बताया कि जितेंद्र उर्फ गोगी ने उसके साथी मुकेश और अरमान के साथ मिलकर सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के मनजीत की हत्या की है. इसके बाद जितेंद्र ने मुकेश, हिमांशु, राकेश दहिया और उसे साथ लेकर टिल्लू गैंग के सदस्यों को मारने की साजिश रची. इसके लिए उसने बिहार से लाकर उन्हें हथियार मुहैया कराए थे. जल्द ही वह अन्य हत्याओं को अंजाम देने वाले थे. उसके खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं.


आरोपी प्रदीप वर्ष 2010 में रॉकी नामक बदमाश के साथ झपटमारी करने लगा था. इस दौरान वह नरेला में गिरफ्तार हुआ. वर्ष 2014 में उसके साथी रॉकी की गोविंद नामक बदमाश ने हत्या कर दी. वह वर्ष 2014 में गिरफ्तार हो कर दोबारा जेल गया जहां उसकी मुलाकात जितेंद्र गोगी से हुई.


जेल से बाहर आने के बाद वह अवैध शराब की सप्लाई करने लगा. वर्ष 2018 में उसके रिश्तेदार अमित की नीरज बवानिया के साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. सितंबर 2018 में उसके साथी अरमान की भी सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के लोगों ने हत्या कर दी. हत्या का बदला लेने के लिए वह जितेंद्र गोगी के गैंग में शामिल हो गया.

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नई दिल्ली: राजधानी में गोगी गैंग के फरार शूटर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि अपने रिश्तेदार और दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए एक बदमाश जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग में शामिल हो गया. बताया जा रहा है कि गैंग का सुनील उर्फ टिल्लू से रंजिश चल रहा है. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...

जानकारी के मुताबिक साथियों की हत्या के लिए प्रदीप नामक यह बदमाश हथियार का इंतजाम करने लगा. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एक कट्टा बरामद किया है. वह 20 से ज्यादा आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है. वह नरेला थाने का घोषित बदमाश है.

डीसीपी जी रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच की एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स फरार चल रहे बदमाशों को लेकर काम कर रही थी. बाहरी दिल्ली में जितेंद्र उर्फ गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू के बीच चल रही रंजिश एवं हत्याओं को लेकर भी क्राइम ब्रांच की टीम ने काम शुरू किया. यह पता चला कि दोनों गैंग अधिक से अधिक शूटरों को अपने गैंग में शामिल कर रहे हैं.
बीते 2 मार्च को एएसआई दानवीर सिंह को सूचना मिली कि जितेंद्र उर्फ गोगी का साथी प्रदीप पूठ खुर्द के महर्षि बाल्मीकि अस्पताल के पास आएगा. इस जानकारी पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर जतन सिंह की टीम ने छापा मारकर प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में उसके पास से एक पिस्तौल बरामद हुई.

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पुलिस को आरोपी प्रदीप ने बताया कि जितेंद्र उर्फ गोगी ने उसके साथी मुकेश और अरमान के साथ मिलकर सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के मनजीत की हत्या की है. इसके बाद जितेंद्र ने मुकेश, हिमांशु, राकेश दहिया और उसे साथ लेकर टिल्लू गैंग के सदस्यों को मारने की साजिश रची. इसके लिए उसने बिहार से लाकर उन्हें हथियार मुहैया कराए थे. जल्द ही वह अन्य हत्याओं को अंजाम देने वाले थे. उसके खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं.


आरोपी प्रदीप वर्ष 2010 में रॉकी नामक बदमाश के साथ झपटमारी करने लगा था. इस दौरान वह नरेला में गिरफ्तार हुआ. वर्ष 2014 में उसके साथी रॉकी की गोविंद नामक बदमाश ने हत्या कर दी. वह वर्ष 2014 में गिरफ्तार हो कर दोबारा जेल गया जहां उसकी मुलाकात जितेंद्र गोगी से हुई.


जेल से बाहर आने के बाद वह अवैध शराब की सप्लाई करने लगा. वर्ष 2018 में उसके रिश्तेदार अमित की नीरज बवानिया के साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. सितंबर 2018 में उसके साथी अरमान की भी सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के लोगों ने हत्या कर दी. हत्या का बदला लेने के लिए वह जितेंद्र गोगी के गैंग में शामिल हो गया.

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अपने रिश्तेदार एवं दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए एक बदमाश जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग में शामिल हो गया. इस गैंग की सुनील उर्फ टिल्लू से रंजिश चल रही है. उसके साथियों की हत्या के लिए प्रदीप नामक यह बदमाश हथियार का इंतजाम करने लगा. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एक कट्टा बरामद किया है. वह 20 से ज्यादा आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है. वह नरेला थाने का घोषित बदमाश है.


Body:डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच की एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स फरार चल रहे बदमाशों को लेकर काम कर रही थी. बाहरी दिल्ली में जितेंद्र उर्फ गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू के बीच चल रही रंजिश एवं हत्याओं को लेकर भी क्राइम ब्रांच की टीम ने काम शुरू किया. यह पता चला कि दोनों गैंग अधिक से अधिक शूटरों को अपने गैंग में शामिल कर रहे हैं. बीते 2 मार्च को एएसआई दानवीर सिंह को सूचना मिली जितेंद्र उर्फ गोगी का साथी प्रदीप पूठ खुर्द के महर्षि बाल्मीकि अस्पताल के पास आएगा. इस जानकारी पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर जतन सिंह की टीम ने छापा मारकर प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में उसके पास से एक पिस्तौल बरामद हुई.


बदमाश प्रदीप ने कई अहम खुलासे किए
पुलिस को आरोपी प्रदीप ने बताया कि जितेंद्र उर्फ गोगी ने उसके साथी मुकेश और अरमान के साथ मिलकर सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के मनजीत की हत्या की है. इसके बाद जितेंद्र ने मुकेश, हिमांशु, राकेश दहिया और उसे साथ लेकर टिल्लू गैंग के सदस्यों को मारने की साजिश रची. इसके लिए उसने बिहार से लाकर उन्हें हथियार मुहैया कराए थे. जल्द ही वह अन्य हत्याओं को अंजाम देने वाले थे. उसके खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं.

ऐसा बना गोगी गैंग का शूटर
आरोपी प्रदीप वर्ष 2010 में रॉकी नामक बदमाश के साथ झपटमारी करने लगा था. इस दौरान वह नरेला में गिरफ्तार हुआ. वर्ष 2014 में उसके साथी रॉकी की गोविंद नामक बदमाश ने हत्या कर दी. वह वर्ष 2014 में गिरफ्तार हो कर दोबारा जेल गया जहां उसकी मुलाकात जितेंद्र गोगी से हुई. जेल से बाहर आने के बाद वह अवैध शराब की सप्लाई करने लगा. वर्ष 2018 में उसके रिश्तेदार अमित की नीरज बवानिया के साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. सितंबर 2018 में उसके साथी अरमान की भी सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के लोगों ने हत्या कर दी. हत्या का बदला लेने के लिए वह जितेंद्र गोगी के गैंग में शामिल हो गया.



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