नई दिल्ली : सदर बाजार रेलवे स्टेशन इलाके में चलती ट्रेन में एक जौहरी से 90 लाख के गहने लूटकर फरार हुए दो बदमाशों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान सुरेंद्र और रुन्नु कुमार के रूप में की गई है.दोनों आरोपियों को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.इनके दो अन्य साथियों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली थी कि ट्रेन लूट में शामिल बिहार के दो बदमाश सुरेंद्र पासवान और रुन्नु कुमार रेलवे पुलिस द्वारा वांछित हैं. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट और प्रमोद चौहान की टीम उनकी तलाश में जुट गई. पुलिस की एक टीम बिहार के गया भेजी गई जहां से सुरेंद्र और रुन्नु को उन्होंने गिरफ्तार कर लिया.दोनों को पुलिस टीम दिल्ली ले आई है.
जौहरी के कर्मचारी ने की मुखबिरी
पूछताछ के दौरान सुरेंद्र पासवान ने पुलिस को बताया कि उसका रिश्तेदार संतोष कूचा महाजनी में गहनों की दुकान पर काम करता था. अप्रैल के आखिरी सप्ताह में संतोष ने उन्हें बताया कि सिवान का रहने वाला लाल बाबू यादव बड़ी मात्रा में गहने लेकर चांदनी चौक से जाता है.वह इन्हें बिहार के सिवान में देता है.इस पर सुरेंद्र ने उसे लूटने के लिए साजिश रची. उसने अपने साथियों सुनील, पप्पू, दिनेश, मिथुन, साहिल और रुन्नु को इसमें शामिल किया.
ऐसे वारदात को आंजाम दिया करता था
9 मई को संतोष पासवान को पता चला कि लाल बाबू यादव गहने लेने के लिए चांदनी चौक पहुंचा है.उसने यह जानकारी सुरेंद्र को दी. सुरेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर लाल बाबू का पीछा किया और सदर बाजार रेलवे स्टेशन से चलती ट्रेन में चाकू मारकर उसे लूट लिया.वारदात के समय सदर बाजार से चलकर ट्रेन सब्जी मंडी रेलवे स्टेशन पहुंचने वाली थी. इस मामले में दिनेश और संतोष पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि सुरेंद्र और रुन्नु फरार चल रहे थे. दोनों को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.
दोनों आरोपी करते थे मजदूरी
गिरफ्तार किया गया सुरेंद्र बिहार के गया का रहने वाला है.वह पहले कई राज्यों में नौकरी कर चुका है इस वारदात से पहले वह गया के एक ग्रामीण बैंक में मजदूरी कर रहा था. दूसरा आरोपी रुन्नु कुमार झारखंड के डुमरी का रहने वाला है. वर्ष 2013 में वह दिल्ली आया था और यहां आकर चांदनी चौक में मजदूरी करता था.