नई दिल्ली: राजधानी की सड़कों पर अगर कोई ऑटो या कार में आपको लिफ्ट दे तो सावधानी बरतें. जी हां, दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है, जो लिफ्ट देकर सवार होने वाले लोगों का सामान चोरी कर लेते थे.
चोरी की कार बरामद
ये गैंग मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के पास के लोगों को निशाना बनाते थे. बीते कुछ समय में दो दर्जन से ज्यादा वारदातों को यह गैंग अंजाम दे चुका था. पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी किये गए गहने और एक चोरी की कार बरामद की है.
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली थी कि एक गैंग लिफ्ट देने के बहाने गाड़ी में बिठाकर लोगों का सामान चोरी कर लेता है. ऐसी कुछ वारदातें पिछले समय में घटित हुई हैं.
इसे ध्यान में रखते हुए एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर नीरज चौधरी और एसआई कुलदीप की टीम ने इस गैंग के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया. पुलिस को पता चला कि यह गैंग बस अड्डा, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर सक्रिय रहता है. इसलिए इन जगहों पर उनकी तलाश शुरू की गई.
प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के पास से हुई गिरफ्तारी
प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के पास से पुलिस ने इस गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान नसीम, मकसूद, मोहम्मद उमर और हामिद के रूप में की गई. इनके पास से एक सियाज गाड़ी मिली. जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगा हुआ था.
यह गाड़ी बीते 9 अप्रैल को सराय रोहिल्ला इलाके से चोरी की गई थी. तलाशी में इनकी गाड़ी से सोने-चांदी के गहने बरामद हुए. यह गहने उन्होंने लिफ्ट देकर एक महिला के बैग से चोरी किए थे.
दो दर्जन से ज्यादा वारदातों को दिया अंजाम
प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने 25 से 30 वारदातों को दिल्ली एनसीआर में अंजाम देने की बात पुलिस के समक्ष कबूल की है.
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह आपस में रिश्तेदार हैं. वह कार और ऑटो में सवारी बनकर घूमते थे. रास्ते में वह गाड़ी में लोगों को लिफ्ट देने के बहाने बाहर बिठा लेते थे.
रास्ते में वह गाड़ी खराब होने की बात कहकर सवारी को उतारते और उसी दौरान बैग में रखा कीमती सामान चुरा लेते. आरोपी नसीम के खिलाफ पांच मामले पहले से दर्ज हैं, जबकि हामिद के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज है.