नई दिल्ली: दिल्ली मेडिकल काउंसिल की तरफ से बुधवार को एक वेबिनार का आयोजन किया गया. दरअसल कोरोना को लेकर चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान की जागरूकता के लिए ये वेबिनार आयोजित किया गया. इसमें पैनेलिस्ट डॉ. अरुण गुप्ता, डॉ. गिरीश त्यागी, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. पुनीत कुमार और डॉ. विपुल जैन समेत अलग-अलग एक्सपर्ट शामिल हुए.
आधे लोग ही लगवा रहे कोरोना वैक्सीन
दरअसल, 16 जनवरी से देश भर में कोरोना के खात्मे के लिए वैक्सीन लगना शुरू हो गया है. सोमवार, मंगलवार, बुधवार और शनिवार को वैक्सीन लगाई जा रही है और पहले चरण के अंतर्गत यह वैक्सीन हेल्थ केयर वर्कर्स को लग रही है, लेकिन वैक्सीन लगाने को लेकर सामने आ रहे आंकड़ों के मुताबिक, रोजाना संख्या के मुताबिक आधे लोग ही वैक्सीन लगवा रहे हैं. जिसको लेकर कहीं न कहीं हेल्थ केयर वर्कर्स के मन में डर सामने आ रहा है. इस डर को लेकर दिल्ली मेडिकल काउंसिल के डॉक्टरों ने चर्चा की और कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर डरने की आवश्यकता नहीं है, यह समय उदाहरण पेश करने का है.
ये लोग न लगवाएं वैक्सीन
डॉक्टरों ने कहा कि हर एक वैक्सीन के बाद मामूली और हल्के लक्षण हर बार देखने को मिले हैं, जब भी कोई वैक्सीन बनी है तो उसके कुछ विपरीत असर जरूर हुए हैं, लेकिन वह खतरनाक नहीं है. डॉक्टरों ने सलाह दी कि जो लोग पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, वह यह वैक्सीन न लगवाएं इसके अलावा गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं यह वैक्सीन अभी न लगवाएं और अगर आपको वैक्सीन का पहला डोज किसी एक कंपनी का लगा है, तो दूसरा डोज उसी कंपनी का ही लगवाएं.
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एक्सपर्ट ने कहा कि डेटा के मुताबिक, 0.09 फीसदी लोगों में ही कुछ परेशानी वैक्सीनेशन के बाद देखी गई हैं. वहीं इससे भी कम लोग अस्पताल में भर्ती कराने पड़े हैं और हेल्थ केयर वर्कर्स को पहले यह वैक्सीन इसीलिए लगाई जा रही है क्योंकि वह इसके जानकार हैं.