नई दिल्ली: एमसीडी सदन में मंगलवार को नवनिर्वाचित पार्षदों की शपथ के साथ-साथ मेयर और डिप्टी मेयर के अहम चुनाव होने थे. लेकिन सदन के अंदर आप और बीजेपी के बीच जबरदस्त हंगामे के चलते पीठासीन अधिकारी को लगातार दूसरी बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. इसके चलते मेयर के लिए दिल्लीवासियों का 8 महीने से चल रहा लंबा इंतजार और बढ़ गया है. सदन की कार्यवाही के बाहर एमसीडी के मुख्यालय में बीजेपी और आप के कार्यकर्ताओं में मारपीट भी हुई. वहीं बीजेपी मेयर प्रत्याशी रेखा गुप्ता के द्वारा महिला पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर सदन के बाहर धरना भी दिया गया.
6 जनवरी को एमसीडी सदन की बैठक में हुए जबर्दस्त हंगामे और पार्षदों के बीच हुई हाथापाई के चलते सदन को स्थगित कर दिया गया था. जिसके बाद एलजी ने पार्षदों के शपथ ग्रहण के साथ मेयर और डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के लिए चुनाव 24 जनवरी के दिन सदन की दूसरी बैठक बुलाई थी. सुबह तकरीबन 11:15 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने पहले एलजी द्वारा नॉमिनेट पार्षदों की शपथ ग्रहण को लेकर घोषणा की उसी समय सदन की बैठक में हंगामा शुरू हो गया. आम आदमी पार्टी के पार्षद दल के नेता मुकेश गोयल ने विरोध जताया. आप के विरोध के बीच नॉमिनेटेड पार्षदों का शपथ दिलाई गई. उसके बाद सभी 249 नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण करवाया गया. सत्या शर्मा ने 6 जनवरी की बैठक में पहले ही शपथ ले ली गई थी इसलिए उन्होंने आज शपथ नहीं ली. शपथ ग्रहण के दौरान 12 पार्षदों ने अंग्रेजी, 6 पार्षदों ने पंजाबी, 2 पार्षदों ने उर्दू में जबकि 2 पार्षदों ने संस्कृत में शपथ ली.
नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण होने के बाद पीठासीन अधिकारी द्वारा 2 मिनट के ब्रेक की घोषणा की गई. इस बीच सदन के अंदर तैनात किए गए सिविल डिफेंस के जवानों के साथ मार्शल की संख्या को सुरक्षा के मद्देनजर बढ़ाया गया. कार्रवाई शुरू होने के साथ ही एक बार फिर बीजेपी और आप में हंगामा होता देख सत्या शर्मा ने सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया. 10 मिनट के बाद जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तब भी हंगामा जारी रहा. जिसके चलते पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही को अगली बैठक तक के लिए स्थगित कर दिया.
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बीजेपी और आप के पार्षदों के बीच जारी हंगामा थमा नहीं बल्कि और बढ़ गया. सदन के बाहर आम आदमी पार्टी और बीजेपी की कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई जिसे दिल्ली पुलिस के द्वारा बीच-बचाव कर रोका गया. इस बीच हाथापाई करने को लेकर कुछ लोगों को पुलिस ने डिटेन भी किया. वहीं आम आदमी पार्टी के सभी 134 पार्षद, 13 विधायक और 3 राज्यसभा सांसद सदन के अंदर ही बैठे रहे. उनका कहना था कि जब तक मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव नहीं हो जाते वे इसी तरह बैठे रहेंगे.
सदन के स्थगन को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी नेता और पार्षद योगेश वर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी सदन की कार्रवाही को चलने ही नहीं देना चाहती थी. आप पार्षदों द्वारा बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर के साथ दुर्व्यवहार और उन पर अभद्र टिप्पणियां की गईं. महिला पार्षदों के साथ भी बदतमीजी की गई जिसके बाद सारा हंगामा शुरू हुआ. जब बीजेपी ने आप से माफी मांगने की मांग की तो आम आदमी पार्टी ने माफी मांगने से मना कर दिया.
दूसरी तरफ सदन के बाहर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं में हुई हाथापाई को लेकर माहौल और गरमा गया. जिसके बाद बीजेपी के मेयर पद की उम्मीदवार रेखा गुप्ता अपनी साथी महिला पार्षदों के साथ धरने पर बैठ गईं. रेखा गुप्ता ने कहा कि आप पार्षदों ने बीजेपी की महिला पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ ही धक्का-मुक्की भी की गई है. आप चाहती ही नहीं थी कि आज एमसीडी का सदन चले और मेयर डिप्टी मेयर का चुनाव हो.
वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के पास पूरा बहुमत है. हमारे सभी पार्षद एकजुट हैं. क्रॉस वोटिंग का किसी तरीके से कोई डर नहीं है लेकिन बीजेपी को अपनी हार का डर सता रहा है. इसलिए जानबूझकर आज एमसीडीके में हंगामा कर इसे स्थगित कराया गया है. बीजेपी की तरफ से जितने भी आरोप लगाए जा रहे हैं वे पूरी तरह से झूठे हैं. आम आदमी पार्टी डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार आले मोहम्मद इकबाल ने कहा कि सदन का माहौल एकदम शांत था. पूरी कार्रवाही अच्छे से चल रही थी, शपथ ग्रहण भी अच्छे तरीके से हुआ. उसके बाद एकाएक बीजेपी के पार्षदों के द्वारा जबरन हंगामा कर सदन को स्थगित करवाया गया है.
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