नई दिल्ली: सावन की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा 2022 की तैयारी तेज हो गई है. इसके मद्देनजर जरूरी सामान जुटाने के लिए भक्तों ने बाजार का रूख कर लिया है. वे अपने लिए टीशर्ट आदि खरीद रहे हैं. इन कांवड़ियों की दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में धूम है. इस खरीदारी में तमाम डिजाइन के गेरूआ कपड़े खरीदे जा रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा क्रेज भगवान शिव, मोदी-योगी और बुलडोजर बाबा की छाप वाले टीशर्ट हैं. इस बार कांवड़ियों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए अघोरी की तस्वीर वाली टी शर्ट और अलग-अलग प्रकार के रंग-बिरंगे कुर्ते भी लोगों की पसंद बने हुए हैं. इधर, बाजार बम भोले के जयघोष से गूंज रहे हैं.
ये भी पढ़ें-दिल्ली-एनसीआर से तीन साल बाद निकलेगी कांवड़ यात्रा, चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर
कोरोना महामारी के चलते बंद कांवड़ यात्रा इस साल शुरू हो रही है. इस साल 3 साल के अंतराल के बाद कावड़ यात्राएं निकाली जा रहीं हैं. विशेष तौर पर उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा को लेकर राज्य सरकारों ने विशेष इंतजाम किए हैं. दिल्ली में भी इसकी तैयारी कर ली गई है. इधर, कावड़ यात्रा के दौरान गेरूआ रंग के विशेष कपड़े पहने युवा नजर आने लगे हैं, बाजारों में भी कांवड़ यात्रा से जुड़ी सामग्री बिक रही है, बाजारों में चहल-पहल बढ़ी हुई है.
विश्व की सबसे बड़ी होलसेल मार्केट के रूप में प्रसिद्ध दिल्ली का मशहूर सदर बाजार कांवड़ियों के लिए 50 से 60 वैरायटी के रंग-बिरंगे कपड़ों से भरा हुआ है. टी-शर्ट, गमछे, निक्कर, ट्राउजर, सैंडो, कैप्री, ट्राउजर, मनी बैग में एक से बढ़कर एक वैरायटी देखने को मिल रही है.जिनकी होलसेल कीमत ₹75 से शुरू होकर 150, 200, 250 रुपये तक जाती है, जो क्वालिटी पर निर्भर करता है.
बाजार में कांवड़ियों के लिए यह भीः दुकानदारों के मुताबिक इन टीशर्ट की इस बार काफी डिमांड है. बुलडोजर बाबा के रूप में प्रसिद्ध यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर के साथ तस्वीर वाली टी-शर्ट भी लोकप्रिय है, जिसे लोग ही नहीं बच्चे भी बड़ी संख्या में उत्साह के साथ खरीद रहे हैं और पहन भी रहे हैं. इन सबके साथ इस बार अघोरी की तस्वीर वाली टीशर्ट महाकाल लिखी हुई टीशर्ट भी लोगों की पसंद बनी हुई है. इस बार कावड़ियों द्वारा सिर्फ भगवा रंग के कपड़े ही नहीं बल्कि नीले सफेद काले रंग के कपड़े जिन पर भगवान महादेव की तस्वीर बनी हुई है उन्हें भी खरीदा जा रहा है.साथ ही इस बार सावन में कुर्तों का प्रचलन भी कावड़ियों में देखा जा रहा है. इन सभी कुर्तों पर महादेव का ना सिर्फ नाम लिखा हुआ है बल्कि कई कुर्तों पर त्रिशूल के निशान के साथ महादेव और महाकाल लिखा हुआ है.
रूद्राक्ष और रत्न मालाएं भी खरीदी जा रहींः कावड़ियों के सीजन में रुद्राक्ष और अन्य राशि रत्नों की मालाएं और अंगूठियों की मांग बढ़ जाती है. सदर बाजार में रुद्राक्ष और राशि रत्नों के होलसेल व्यापार से जुड़े अतुल गर्ग ने बताया कि इस बार रुद्राक्ष की माला की अलग-अलग प्रकार की वैरायटी बाजार में मौजूद है. जिसकी शुरुआत थोक बाजार में 160-170 रुपये से हो जाती है, जबकि सबसे महंगे रुद्राक्ष की माला की कीमत लाखों रुपये में है. पिछले कुछ दिनों के मुकाबले रुद्राक्ष महंगा हुआ है. इससे पहले 3 सालों से बिक्री की रफ्तार धीमी थी. इस बार बाजार में कमलगट्टे की माला बड़े, मोतियों की माला, छोटे रुद्राक्ष की माला, गोल्डन प्लेट वाले रुद्राक्ष की माला जैसी मालाओं की खूब डिमांड है.