नई दिल्ली: 8 अप्रैल से दिल्ली सरकार ने इसकी शुरुआत की थी कि अगर किसी भी इलाके में तीन से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं, तो उसे कंटेंमेंट जोन या हॉट स्पॉट बनाकर सील कर दिया जाएगा. दिल्ली में हॉट स्पॉट्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं और यह संख्या 96 तक पहुंच गई है. लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसे इलाकों से तीन से ज्यादा मामले सामने आने बंद हो गए हैं.
घटती हॉट स्पॉट्स की संख्या
हॉटस्पॉट बनना तो बंद हुआ ही है साथ ही दिल्ली में कंटेंमेंट जोन की संख्या भी लगातार घटने लगी है. दरअसल, किसी भी कंटेंमेंट जोन से लगातार 4 हफ्ते तक कोई भी नया कोरोना का मामला सामने नहीं आने पर उसे डी-कंटेन कर दिया जाता है. ऐसे इलाकों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं. शनिवार को एक ऐसा ही कंटेंमेंट जोन डी-कंटेन हुआ और इसी के साथ यह संख्या पांच तक पहुंच चुकी है.
26 अप्रैल को बना था कंटेंमेंट जोन
दिलशाद गार्डन के जे, के, एल और एच पॉकेट और पुरानी सीमापुरी के जी, एच और जे ब्लॉक को शनिवार को डी-कंटेन किया गया. 26 मार्च को यहां से कोरोना के मामले सामने आए थे, जिसके बाद इन्हें कंटेंमेंट जोन घोषित किया गया था. लगातार चार हफ्ते तक पूरे इलाके में बड़े स्तर पर सैंपल टेस्ट हुए और कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आने के बाद 30 अप्रैल को स्थानीय डीएम ने इन्हें डी-कंटेन घोषित कर दिया, जिसपर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी मुहर लगा दी है.
अब दिल्ली में 96 हॉट स्पॉट्स
इस इलाके के डी-कंटेन होने के बाद अब दिल्ली में हॉट स्पॉट्स की संख्या 96 रह गई हैं. इससे पहले मयूर विहार फेस वन एक्सटेंशन के वर्धमान अपार्टमेंट और ईस्ट ऑफ कैलाश के ई-ब्लॉक को डी-कंटेंड कर दिया गया था. वहीं पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव के मनसरा अपार्टमेंट को भी डी-कंटेन किया जा चुका है. शुक्रवार को पटपड़गंज के आईपी एक्सटेंशन स्थित मयूरध्वज अपार्टमेंट भी डी-कंटेन घोषित हुआ था.