नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच कई स्कूल-कॉलेज बंद है, ऐसे में शिक्षक काफी परेशान नजर आ रहे हैं. कई शिक्षकों की ड्यूटी राशन वितरण केंद्र, कुछ कोरोना ड्यूटी तो कई टीचर डिस्पेंसरी में काम कर रहे हैं. ऐसे में शिक्षकों के इन ड्यूटी पर तैनात होने के कारण, वे क्लास नहीं ले पा रहे हैं. इस पूरे मामले को लेकर गवर्नमेंट स्कूल टीचर एसोसिएशन(GSTA) के वेस्ट डिस्ट्रिक्ट से सेक्रेटरी संतराम ने कहा कि शिक्षकों का जो काम है, उन्हें वही करने दिया जाए. और उनकी अन्य जगहों से ड्यूटियां हटा दी जाए, जिससे वह एकाग्र चित्त होकर पूरी निष्ठा के साथ बच्चों को पढ़ाने का कार्य कर सकें.
कई विषयों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
वहीं संतराम ने कहा कि इस समय ऑनलाइन क्लास जारी है, लेकिन साथ ही कई शिक्षक अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी कर रहे हैं और ड्यूटी करने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाना उनके लिए संभव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में बच्चों के कुछ विषयों की पढ़ाई भी काफी प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि कई शिक्षक राशन वितरण में ड्यूटी दे रहे हैं तो कई शिक्षकों की डिस्पेंसरी में ड्यूटी लगी है और कुछ की तो एयरपोर्ट पर भी ड्यूटी लगा दी गई है. वहीं उन्होंने कहा कि इसको लेकर जब आलाधिकारियों से बात की गई, तो जवाब मिला कि सिर्फ फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों की ही ड्यूटी लगाई गई है.
ऑनलाइन टीचिंग हुई मुश्किल
डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी संतराम ने कहा कि एक तो वैसे ही शिक्षकों की कमी है, ऊपर से शिक्षकों की अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी भी लगा दी गई है. इन सबसे बढ़कर अतिथि शिक्षकों को भी अभी बहाल नहीं किया गया है. जिसके चलते यह कमी और बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि सिर्फ सीमित शिक्षकों के साथ व्यापक स्तर पर छात्रों को ऑनलाइन टीचिंग कराना और उनके साथ व्यक्तिगत तौर पर जुड़ना बहुत ही मुश्किल है.
अतिथि शिक्षकों को किया जाए बहाल
ऐसे में उन्होंने दिल्ली सरकार से मांग की है कि अलग-अलग जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे सभी शिक्षकों की ड्यूटी हटाकर सिर्फ उन्हें बच्चों को पढ़ाने का काम ही दिया जाए. साथ ही अतिथि शिक्षकों को भी जल्द से जल्द बहाल किया जाए, जिससे सभी शिक्षक मिलकर पूरी निष्ठा के साथ बच्चों को पढ़ा सकें. उनके साथ व्यक्तिगत तौर पर जुड़ सके और उनकी शिक्षा में किसी तरह की कमी ना रहने दें.