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दिल्ली सरकार ने बताया कैसे साफ करेंगे यमुना का प्रदूषण

दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार के प्रयासों को बताया. इसमें उन्होंने बताया कि कैसे सरकार ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवर नेटवर्क की मदद से यमुना को स्वच्छ करने का प्रयास कर रही है.

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Published : May 26, 2023, 5:48 PM IST

यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार के प्रयासों को बताते सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल 2015 और साल 2020 में पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज हुए. इन दोनों सरकार में मुख्यमंत्री केजरीवाल का यमुना के प्रदूषण को साफ करने का एजेंडा रहा है. वह दिल्ली के चुनाव में यमुना को साफ करने की समय समय पर डेडलाइन देते रहे हैं. अब 2025 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में एक बार फिर यमुना की सफाई का मुद्दा उठाया जाएगा. वहीं यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार ने कितनी कामयाबी हासिल की है और आगे कैसे वह यमुना को साफ करने वाले हैं.

इस मुद्दे पर शुक्रवार को दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यमुना को साफ करना सीएम केजरीवाल की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. सीएम ने यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए 6 स्टेप्स बताए थे. इसमें नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, एक्सिस्टिंग प्लांट की क्षमता बढ़ाना, पुराने एसटीपी की टेक्नोलॉजी बदलना, जेजे क्लस्टर से निकलने वाली गंदगी को यमुना में गिरने से रोकना और सीवर कनेक्शन लगाना शामिल है.

अब तक के कार्य के बारे में भी बताया: सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहले जेजे क्लस्टर में सीवर नेटवर्क नहीं था. 639 जेजे क्लस्टर में से 571 को सीवर नेटवर्क से जोड़ चुके हैं. अनाधिकृत कॉलोनियों में चार लाख से ज्यादा घरों को सीवर कनेक्शन से जोड़ा गया. 2014-15 तक 220 कच्ची कॉलोनियां ही सीवर से जुड़ी थी. आज 839 कालोनियां सीवर से जुड़ी है. उस समय 373 एमजीडी सीवर ट्वीट होता था, आज 547 एमजीडी है.

इसे भी पढ़ें: Delhi subway: आतिशी का PWD अधिकारियों को अल्टीमेटम, जून तक सभी सबवे की हालत सुधारो, वरना...

गंदगी का कारण दिल्ली के नाले हैं: सौरभ ने कहा कि यमुना में गंदगी का सबसे बड़ा कारण है नाले हैं. अब इन नालों में से ज्यादातर नालों का सीवेज यमुना में नहीं जाता, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है. 5 बचे हुए नालों की सीवेज ट्रैप करने के काम को लेकर सीएम केजरीवाल लगातार मीटिंग कर रहे हैं. जो लोग सीवेज लाइन के बावजूद घर का कनेक्शन का इस्तेमाल नहीं करते, उनके लिए मुख्यमंत्री फ्री सीवर योजना के तहत घर घर में फ्री कनेक्शन करेंगे. यमुना की सफाई के लिए रोजाना बनती सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता सीवेज को इतना बढ़ा देंगे कि सीवेज बनने से 21% ज़्यादा ट्रीट होगी.

इसे भी पढ़ें: ED Raid in Delhi: Sanjay Singh का सनसनीखेज आरोप, कहा- प्रधानमंत्री के कहने पर ED ने करीबियों के ठिकानों पर छापा मारा

यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार के प्रयासों को बताते सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल 2015 और साल 2020 में पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज हुए. इन दोनों सरकार में मुख्यमंत्री केजरीवाल का यमुना के प्रदूषण को साफ करने का एजेंडा रहा है. वह दिल्ली के चुनाव में यमुना को साफ करने की समय समय पर डेडलाइन देते रहे हैं. अब 2025 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में एक बार फिर यमुना की सफाई का मुद्दा उठाया जाएगा. वहीं यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार ने कितनी कामयाबी हासिल की है और आगे कैसे वह यमुना को साफ करने वाले हैं.

इस मुद्दे पर शुक्रवार को दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यमुना को साफ करना सीएम केजरीवाल की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. सीएम ने यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए 6 स्टेप्स बताए थे. इसमें नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, एक्सिस्टिंग प्लांट की क्षमता बढ़ाना, पुराने एसटीपी की टेक्नोलॉजी बदलना, जेजे क्लस्टर से निकलने वाली गंदगी को यमुना में गिरने से रोकना और सीवर कनेक्शन लगाना शामिल है.

अब तक के कार्य के बारे में भी बताया: सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहले जेजे क्लस्टर में सीवर नेटवर्क नहीं था. 639 जेजे क्लस्टर में से 571 को सीवर नेटवर्क से जोड़ चुके हैं. अनाधिकृत कॉलोनियों में चार लाख से ज्यादा घरों को सीवर कनेक्शन से जोड़ा गया. 2014-15 तक 220 कच्ची कॉलोनियां ही सीवर से जुड़ी थी. आज 839 कालोनियां सीवर से जुड़ी है. उस समय 373 एमजीडी सीवर ट्वीट होता था, आज 547 एमजीडी है.

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गंदगी का कारण दिल्ली के नाले हैं: सौरभ ने कहा कि यमुना में गंदगी का सबसे बड़ा कारण है नाले हैं. अब इन नालों में से ज्यादातर नालों का सीवेज यमुना में नहीं जाता, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है. 5 बचे हुए नालों की सीवेज ट्रैप करने के काम को लेकर सीएम केजरीवाल लगातार मीटिंग कर रहे हैं. जो लोग सीवेज लाइन के बावजूद घर का कनेक्शन का इस्तेमाल नहीं करते, उनके लिए मुख्यमंत्री फ्री सीवर योजना के तहत घर घर में फ्री कनेक्शन करेंगे. यमुना की सफाई के लिए रोजाना बनती सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता सीवेज को इतना बढ़ा देंगे कि सीवेज बनने से 21% ज़्यादा ट्रीट होगी.

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