नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी स्कूलों के अंग्रेजी के स्थाई शिक्षकों के लिए अमेरिकी दूतावास की साझेदारी से ऑनलाइन प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की गई. आठ सप्ताह के इस कोर्स में दिल्ली सरकार के 550 शिक्षक शामिल हुए. वहीं इसको लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक से ज्यादा भाषा सीखना हमारी संवाद की क्षमता का विस्तार है. साथ ही कहा कि यह कोर्स दुनिया भर के शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा के शिक्षण संस्थान संसाधनों से अवगत कराने का एक माध्यम है.
वहीं इस कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी भाषा को उच्च प्राथमिकता दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वादा किया है कि दिल्ली के छात्रों को विश्वस्तरीय गुणवत्ता के साथ अंग्रेजी में संवाद की योग्य बनाएंगे. उन्होंने कहा कि इस योजना पर काम करते हुए गत 4 वर्षों में दिल्ली सरकार ने छात्रों के सीखने के अवसर और शिक्षकों की क्षमता निर्माण दोनों मोर्चों पर काम किया गया है और इससे बड़ी संख्या में छात्र लाभान्वित हुए हैं.
अमेरिकी दूतावास को किया धन्यवाद
वहीं शिक्षा मंत्री ने दिल्ली के छात्रों शिक्षकों के साथ सक्षम संबंधों को मजबूत करने में भारत के अमेरिकी दूतावास को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि साझेदारी के कारण ही अमेरिका की फर्स्ट लेडी मिलेनिया ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली के सरकारी स्कूल जाकर हैप्पीनेस क्लासेस का दौरा किया और इसकी खूबियों को समझा.
प्राइमरी शिक्षकों के लिए भी कोशिश
वहीं शिक्षा मंत्री ने बताया कि फिलहाल यह कार्यक्रम 550 माध्यमिक और सेकेंडरी ग्रेड के शिक्षकों के लिए शुरू किया गया है और आगे इसे प्राइमरी शिक्षकों के लिए भी बनाने की कोशिश जारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा दुनियाभर के शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा में शिक्षण के संसाधनों से अवगत कराएगा. साथ ही यह ऐसे शिक्षकों के लिए तैयार किया गया है जो अपनी शिक्षण क्षमता को विकसित करना चाहते हैं. इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को अंग्रेजी वेबसाइट पर मौजूद संसाधनों के उपयोग का भी अवसर मिलेगा.
बता दें कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ ऑनलाइन किया गया और इस मौके पर अमेरिकी दूतावास की ओर से सार्वजनिक मामलों के मंत्री डेविड कैनेडी मौजूद रहे. साथ ही भारत, भूटान और अफगानिस्तान के लिए क्षेत्रीय अधिकारी मारिया फ़नारस्की सहित अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षक भी इसमें शामिल हुए.