नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी में पार्षद का फंड नहीं बढ़ेगा. ये 25 लाख रुपए ही रहेगा. स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन ने पार्षद फंड बढ़ाकर 25 लाख से बढ़ाकर डेढ़ लाख रुपए का प्रस्ताव रखा था. दिल्ली सरकार ने नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर को पत्र लिखकर पार्षद फंड बढ़ाने पर रोक लगा दी है.
स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन ने फंड बढ़ाने का दिया था प्रस्ताव
नॉर्थ एमसीडी में चल रहे बजट सत्र के अंदर सदन में स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन छैल बिहारी गोस्वामी द्वारा पार्षद फंड 25 लाख रुपए सालाना से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपए सालाना करने का प्रस्ताव रखा था. जिसको लेकर विपक्षी पार्षदों द्वारा लगातार सवाल भी उठाए जा रहे है. क्योंकि वर्तमान समय में निगम की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. आप नेताओं द्वारा बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके इस पूरे मामले को लेकर भाजपा के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाए गए है. जिसके बाद अब दिल्ली सरकार द्वारा बाकायदा नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर को पत्र लिखकर पार्षद फंड के प्रस्ताव पर रोक लगाने के निर्देश दे दिए गए. पत्र में दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वर्तमान समय में कोरोना की वजह से बिगड़े आर्थिक हालातों के चलते जब एमएलए और सांसद के डेवलेपमेन्ट फंड में कटौती कर दी गई है तो ऐसे में पार्षद फंड को नहीं बढ़ाया जा सकता है.
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दिल्ली सरकार ने पार्षद फंड बढ़ाने पर लगाई रोक
नॉर्थ एमसीडी के बजट सत्र में सदन के अंदर स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन द्वारा पार्षद फंड को 25 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ पचास लाख करने का जो प्रस्ताव रखा गया था. उसके ऊपर अब दिल्ली सरकार ने पूरे तरीके से रोक लगा दी है. दरअसल इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली सरकार ने बाकायदा नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर ज्ञानेश भारती को पत्र लिखकर पार्षद फंड बढ़ाने के प्रस्ताव पर वर्तमान में आर्थिक स्थिति को देखते हुए रोक लगा दी है.