नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले भले ही कम हो रहे, लेकिन इससे होने वाले मौत के आंकड़े अभी भी लोगों को डरा रहे हैं. दिल्ली सरकार के जरिए प्रतिदिन जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलेटिन में कोरोना से मृत लोगों की संख्या होती है. लेकिन नगर निगम की तरफ से जारी अंतिम संस्कार के आंकड़े और दिल्ली सरकार के आंकड़ों में 4783 मृत लोगों का फर्क है या यूं कहें दिल्ली सरकार के रिकॉर्ड से 4783 मृत लोग गायब हैं.
आंकड़ों में है फर्क
दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई तक 8050 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जिसका जिक्र सरकार के जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलिटिन में किया गया है. वहीं दिल्ली के तीनों नगर निगम द्वारा श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों की बात करें, तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई के बीच 12833 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल हिसाब से किया गया है. यानी दिल्ली सरकार के जारी आंकड़ों से ज्यादा 4783 मृत लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से दिल्ली नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तानों में किया गया है.
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औसतन रोजाना 534 लोगों का हुआ अंतिम संस्कार
दिल्ली के तीनों नगर निगम द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई के बीच औसतन 534 लोगों का रोजाना अंतिम संस्कार कोरोना विधि से किया गया है. अगर आसान शब्दों में समझे तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई के बीच प्रति घंटे 22 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से हुआ है.