नई दिल्ली: नई सरकार के चुनाव में प्रत्येक महिला और पुरुषों की जितनी अहम भूमिका होती है, उतनी ही हमारे समाज के थर्ड जेंडर की भी होती है. इसीलिए सरकार ने भी थर्ड जेंडर को मताधिकार का समान अधिकार दिया है, बावजूद इसके हम देखते हैं कि किन्नर मतदान प्रक्रिया में अधिक भाग नहीं लेते हैं.
दरअसल लोकसभा 2019 के चुनाव में भी केवल एक चौथाई किन्नरों ने ही मतदान प्रक्रिया में भाग लिया था, जिसके अंतर्गत 23.46 फीसदी किन्नर ही लोकतंत्र के महापर्व में शामिल हुए थे.
किन्नर वोटरों की संख्या
लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक किन्नर वोटर की संख्या 669 थी जो कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2019 में बढ़कर 815 हो गई है, लोकसभा चुनाव में 669 किन्नर वोटरों में से केवल 157 किन्नरों ने ही अपने मतदान का प्रयोग किया था.
नहीं दिया था एक भी किन्नर ने वोट
वहीं राजधानी की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 24 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां पर एक भी किन्नर मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव 2019 में मताधिकार का प्रयोग नहीं किया था. लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक चांदनी चौक विधानसभा चुनाव में किन्नरों ने मतदान में तेजी दिखाई थी. वहीं दूसरे नंबर पर त्रिलोकपुरी विधानसभा और फिर तिमारपुर और सीमापुरी में किन्नरों ने अपने मतदान का प्रयोग किया था.
महिला पुरुष वर्ग के अंतर्गत लिस्ट में पंजीकृत है किन्नर
समाज में थर्ड जेंडर को समान अधिकार दिलाने के लिए ही चुनाव आयोग द्वारा उन्हें मताधिकार का एक समान अधिकार दिया गया है, लेकिन अभी भी किन्नर अन्य लोगों के समान चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं लेते हैं. जिसके पीछे का कारण यह है या तो कई वोटर लिस्ट में पंजीकृत नहीं है. वहीं जो पंजीकृत हैं वह या तो महिला पुरुष वर्ग के अंतर्गत वोटर लिस्ट में पंजीकृत है.