नई दिल्ली: दिल्ली में डेंगू के मामले लगातार बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं. एमसीडी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 5 लोगों की मृत्यु के डेंगू चलते होने की पुष्टि (patients died of dengue in Delhi) हो गई है. बीते हफ्ते दिल्ली में डेंगू के 257 नए मामले सामने आने के साथ कुल मामलों की संख्या 4114 पहुंच गई है. इस बीच बाहरी राज्यों से भी लगातार बड़ी संख्या में डेंगू का इलाज कराने में मरीज दिल्ली का रुख कर रहे हैं. दिल्ली में डेंगू के बाहर से आए मरीजों की संख्या 2699 पहुंच गई है. पिछले साल को छोड़ दिया जाए तो 2018 के बाद दिल्ली में इस साल डेंगू के सबसे ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है.
डेंगू की वजह से जिन 5 लोगों की मृत्यु की पुष्टि एमसीडी ने की है उनकी जानकारी निम्न है:
- दिल्ली में डेंगू से पहले ही मृत्यु 39 वर्षीय पुरुष की है, जो मुखर्जी नगर के रहने वाले हैं. इनकी मृत्यु 9 सितंबर 2022 को फोर्टिस अस्पताल में हुई थी.
- दूसरा मामला विजय एनक्लेव का बताया जा रहा है, जिसमें 7 वर्षीय बच्ची की मृत्यु माता चन्ना देवी हॉस्पिटल जनकपुरी में 6 अक्टूबर 2022 को हुई थी.
- डेंगू से तीसरी मृत्यु का मामला 17 वर्षीय युवती का है जो कैर गांव की रहने वाली है, जिसकी मृत्यु 17 अक्टूबर 2022 को द्वारका स्थित वेंकटेश्वरा हॉस्पिटल में हुई थी.
- डेंगू से मृत्यु का चौथा मामला 17 वर्षीय युवती का है, जो ईस्ट पंजाबी बाग जयदेव पार्क की रहने वाली है. इनकी मृत्यु 25 अक्टूबर 2022 को महाराजा अग्रसेन अस्पताल में डेंगू के चलते हुई थी.
- इस साल डेंगू से हुई पांचवीं मृत्यु का मामला 36 वर्षीय महिला का है जो सुभाष मोहल्ला मौजपुर की रहने वाली हैं. इनकी मृत्यु 7 नवंबर 2022 को एलएनएच अस्पताल में हुई है.
ये भी पढ़ें: बांग्लादेश के तीन महीने के बच्चे को मिला AIIMS में नया जीवनदान, अस्पताल से डिस्चार्ज
दिल्ली एमसीडी द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बीते 1 हफ्ते में दिल्ली के अंदर डेंगू के कुल 257 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 184 मामले भारी राज्यों के मरीजों के हैं. इसके बाद दिल्ली के अंदर डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 4114 हो गई है. वहीं, बाहरी राज्यों से मरीजों की संख्या 2699 है.
वहीं, अगर मलेरिया के मामलों की बात की जाए तो बीते 1 हफ्ते में 10 नए मामले मलेरिया के भी सामने आए हैं, जिसके बाद दिल्ली के अंदर मलेरिया के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 251 हो गई है. हालांकि राहत भरी बात है कि इस साल पिछले साल की तरह ही दिल्ली में चिकनगुनिया के मामले बहुत कम देखने को मिले हैं, जिसकी पुष्टि एमसीडी की रिपोर्ट ने भी की है. इस साल अब तक कुल 45 मामले ही चिकनगुनिया के दिल्ली के अंदर आधिकारिक तौर पर पाए गए हैं, जिनकी पुष्टि हुई है.
ये भी पढ़ें: मेयर से ज्यादा स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होगा रोचक, दोनों पदों को जीते बिना एमसीडी पर कब्जा मुश्किल
दिल्ली में एमसीडी द्वारा लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाए जाने के मद्देनजर अथक प्रयास किए जा रहे हैं. एमसीडी द्वारा लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाए जाने को लेकर दवाइयों के छिड़काव के साथ जागरुकता अभियान को भी बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है. वहीं, इस बीच दिल्ली के अंदर बड़े नालों की सफाई अभी भी बेहतर तरीके से नहीं हो पाई है, जिसको लेकर हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं. बीते साल दिल्ली में डेंगू के रिकॉर्ड तोड़ 9613 मामले सामने आए थे और 23 लोगों की दुखद मृत्यु भी हो गई थी.
वहीं, इस वर्ष पिछले साल की पुनरावृत्ति ना हो जिस को देखते हुए एमसीडी द्वारा लगातार कड़े और सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस साल अभी तक दिल्ली में एमसीडी द्वारा 16 लाख 26 हजार 636 घरों में लार्वा पाया जाने के बाद दवाइयों का छिड़काव किया गया है. साथ ही 1 लाख 3 हजार 64 संपत्ति के मालिकों को लार्वा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी भेजे गए हैं. एमसीडी द्वारा लार्वा पाए जाने पर बड़ी संख्या में चालान भी किए जा रहे हैं. एमसीडी द्वारा इस साल अब तक कुल 40 लाख 58 हजार 502 रुपये की राशि चालान के भुगतान के रूप में प्राप्त की गई है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप