नई दिल्ली: नई दिल्ली के मध्य जिले की साइबर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी करने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पिछले पांच सालों में 500 से अधिक लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस को इनके कब्जे से 11 मोबाइल, 29 सिम, दो लैपटॉप, एक डोंगल और तीन पेनड्राइव बरामद हुए है. आरोपियों की पहचान कमल कुमार उर्फ़ अबू, इसहाक चुक्वुमा ओकोरी, ओफोसु , साईं मैथ्यू और लालरिमावी के रूप में हुई है. इनमें से तीन आरोपी नाइजेरिया के हैं. पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों में जमा लगभग 3.50 लाख रुपयों को भी फ्रीज किया है.
सेंट्रल जिले की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि मार्क पीटरसन नाम के व्यक्ति ने इंस्टाग्राम पर उससे संपर्क किया था. उसने खुद को अमेरिकी एयरलाइंस में पायलट के रूप में बताया, जो वर्तमान में लंदन में रह रहा है. बाद में उसने अपना व्हाट्सएप नंबर दिया. वह उसे नियमित रूप से वाट्सएप मैसेज भेजता था. जुलाई 2022 में उसने उसे बताया कि वह भारत घूमने आ रहा है. 25 जुलाई को उसे एक कॉल आया कि मार्क पीटरसन मुंबई हवाई अड्डे पर आ गया है. इसके बाद उससे उनके लिए गिफ्ट लाने के लिए कस्टम ड्यूटी और अन्य चार्ज के बहाने 19 लाख से ज्यादा रुपये ऐंठ लिए.
पुलिस ने अनुसार, जांच के दौरान पता चला कि आरोपी व्यक्तियों ने एक ही तरीके से बड़ी संख्या में लोगों को ठगा है. टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी कमल कुमार उर्फ अबू को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया. उसकी निशानदेही पर आरोपी इसहाक चुकुमा ओकोरी, लालरिमावी और साई मैथ्यू को भी तिलक नगर से गिरफ्तार किया गया. आरोपी व्यक्तियों के मोबाइल फोन और लैपटॉप से विभिन्न फर्जी इंस्टाग्राम, फेसबुक प्रोफाइल बरामद किए गए.
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पूछताछ के दौरान आरोपी व्यक्तियों ने बताया कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यानी फेसबुक, इंस्टाग्राम, मैसेंजर आदि पर अलग-अलग नामों से फर्जी प्रोफाइल बनाते थे. बाद में अपना व्हाट्सएप नंबर एक्सचेंज करते थे. कुछ दिनों के बाद उन्हें लुभाते कि वे उनके लिए उपहार भेजेंगे या भारत में उनसे मिलने आएंगे. वे डमी पार्सल ट्रैकिंग रसीद भी बनाते हैं और विश्वास हासिल करने के लिए इसे टारगेट वाले व्यक्ति को भेजते थे. 3-4 दिनों के बाद आरोपी कमल कुमार उर्फ अबू कस्टम ऑफिसर या एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफिसर बनकर टारगेट किए गए लोगों को कॉल करता था और पार्सल में डॉलर-पाउंड है इसके लिए उन्हें कन्वर्जन चार्ज देने के लिए कहते. इस तरह आरोपी पिछले 5 साल में 500 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुका है. ठगे गए पैसे को आगे किसी बिचौलिए के जरिए नाइजीरिया भेज देता था. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.