नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां सक्रिय हो चुकी हैं. हालांकि दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है. पहले अध्यक्ष पद तय ना होने के चलते कई कद्दावर नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ा और अब अध्यक्ष पद नियुक्त होने के बावजूद कई युवा नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं.
बता दें कि हाल ही में चांदनी चौक विधानसभा से चार बार के कांग्रेस के विधायक रहे प्रहलाद सिंह साहनी ने आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की थी. उन्होंने ये साफ किया था कि पार्टी में अभी नेतृत्व तय नहीं हुआ है, इससे सक्रियता नहीं हो पा रही है. वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को दिल्ली कांग्रेस के कई युवा नेताओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है.
'पार्टी की सक्रियता ना होना है वजह'
ईटीवी भारत ने युवा नेताओं से पूछा कि अब तो अध्यक्ष पद नियुक्त हो गया है, इसके बावजूद आप पार्टी का साथ क्यों छोड़ रहे हैं? तो उनका जवाब था कि पार्टी का अध्यक्ष भले ही बन गया हो, लेकिन पार्टी अभी भी सक्रिय नहीं है. ऐसे में अगर मेहनत करते हैं तो भी इसका कोई फायदा नहीं होता.
बड़े नेता छोड़ सकते हैं कांग्रेस का साथ !
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई कद्दावर नेता कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं. दरअसल पार्टी में अभी भी कुछ गुटबाजी बनी हुई है और इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखा जा सकता है. कई लोग कीर्ति आजाद और सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व से खुश नहीं हैं. ऐसे में वो अन्य पार्टियों का रुख कर रहे हैं.