नई दिल्ली: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दिल्ली को नशे की ओर धकेल दिया है और अब वो पंजाब को भी नशे की ओर ले जाना चाहते हैं. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए DPCC अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पंजाब में जाकर महिला सशक्तिकरण, महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं, लेकिन राजधानी दिल्ली में हालात उतने ही गंभीर हैं.
महिला सुरक्षा को लेकर आए दिन कई घटनाएं देखने को मिलती हैं, लेकिन सरकार दूसरे राज्यों में जाकर चुनावी झूठे दावे कर रही है. अनिल कुमार ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल पहले दिल्ली की जनता से किए गए वादों को पूरा करें और दिल्ली सरकार के जॉब पोर्टल पर पंजीकृत 13 हजार से अधिक बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को एक हजार रुपये आर्थिक सहायता देकर एक अच्छी मिसाल कायम करें.
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इस दौरान दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और निगम पार्षद अभिषेक दत्त, मीडिया संचार विभाग के वाईस चैयरमेन परवेज आलम, निगम पार्षद यासमीन किदवई और चौ. जुवैर अहमद भी मौजूद रहे. अभिषेक दत्त ने कहा कि बीजेपी शासित नगर निगम की NOC के बिना ही शराब की दुकानों के खोले जाने का प्रस्ताव पास होना यह दर्शाता है कि दिल्ली में शासित नगर निगम व आप पार्टी आपस में मिले हुए हैं. उनकी आपस में सांठ-गांठ है.
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उन्होंने कहा कि वह 25 नवंबर को साउथ MCD हाउस की बैठक में आवासीय क्षेत्रों और अनधिकृत भवनों में शराब की दुकानें खोलने के किसी भी कदम का विरोध करने के लिए एक प्रस्ताव पेश करेंगे. अरविंद केजरीवाल सरकार पिछले सात साल में केवल 440 नौकरियां ही दे पाई, लेकिन दिल्ली में शराब की आसान उपलब्धता के लिए 864 शराब ठेके खोले.
निगम पार्षद जैस्मीन किदवई ने कहा कि उनके वार्ड के कार्यकर्ता शराब के नए ठेके खोलने के विरोध में धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी उनके यहां शराब के ठेके नहीं खोलने देगी.