नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा सचिव बांसुरी स्वराज ने कहा है कि सांसद राघव चड्ढा और आम आदमी पार्टी विक्टिम कार्ड खेलने में माहिर हैं. उन्हें गलत तरीके से आवंटित बंगले के लिए विक्टिम कार्ड खेलते हुए देखना चौंकाने वाला है, क्योंकि उन्होंने ही कहा कि उन्हें जरुरत नहीं है. बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्लीवासी यह देखकर हैरान हैं कि सांसद राघव चड्ढा अपनी पात्रता से परे उन्हें गलत तरीके से आवंटित बंगले को रद्द करने को राज्यसभा से उनके निलंबन के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और दोनों को लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन के रूप में पेश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि न केवल दिल्लीवासी बल्कि पंजाब के लोग, जिनका प्रतिनिधित्व राघव चड्ढा राज्यसभा में करते हैं जानते हैं कि पहली बार सांसद होने के नाते वह प्रशासनिक गलती से आवंटित टाइप 7 बंगले के हकदार नहीं हैं. दोनों राज्यों के लोगों ने आम आदमी पार्टी नेताओं का हलफनामा देखा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कभी सरकारी बंगला नहीं मांगेंगे. इस मामले में लोग सांसद राघव चड्ढा को बंगले को विशेषाधिकार के तौर पर बरकरार रखने के लिए एक अदालत से दूसरी अदालत में दौड़ता देख हैरान हैं.
बांसुरी स्वराज ने आगे कहा कि आज भी सांसद राघव चड्ढा, दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. कोर्ट ने उन्हें ट्रायल कोर्ट में अपना मामला पेश करने के लिए सिर्फ तीन दिन का समय दिया है, लेकिन वे इसे ऐसे दिखा रहे हैं, जैसे कि दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हे बंगला में हमेशा रहने की इजाजत दे दी हो. गलत बंगला आवंटन 3 मार्च 2023 को एस्टेट ऑफिसर द्वारा रद्द कर दिया गया था और 11 अगस्त को राज्यसभा से उनके निलंबन की घोषणा की गई थी. इसलिए दोनों के बीच कोई कानूनी संबंध नहीं है. बंगला आवंटन के लिए विशेषाधिकार का दावा कानूनी रूप से आपत्तिजनक होने के अलावा अनैतिक भी है.