नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखा. इसमें उन्होंने दिल्ली सरकार के तुर्कमान गेट रैनबसेरा के एक बेघर गरीब निवासी संजीव कुमार के हिंदू धर्म से इस्लाम में धर्मांतरण के मामले की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया है. संजीव अब अब्बास नाम से जाना जाता है. उसका धर्मांतरण पास के इलाके मे रहने वाले एक कट्टरपंथी मौहम्मद कलीम ने करवाया है.
मामले का खुलासा तब हुआ जब तुर्कमान गेट स्थित रैनबसेरा के केयर टेकर संदीप सागर ने पुलिस प्राथमिकी दर्ज करायी. चांदनी महल थाने मे दर्ज केस में संदीप सागर का आरोप है कि उक्त मो. कलीम उस पर काफी समय से धर्मांतरण करने और इस्लाम को अपना धर्म स्वीकार करने के लिए दबाव बना रहा था.
धर्मांतरण का मामला चिंताजनक: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि कामिल ने संजीव कुमार को धर्मांतरण करवा कर अब्बास बनवाना हो या मोहम्मद कलीम का संदीप पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाना सब बेहद चिंताजनक है. कलीम का रैन बसेरा के 2 अन्य निवासियों विक्की शर्मा और सुजीत कुमार पर भी धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा है था, जो इसे एक बहुत ही गंभीर मामला बनाता है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि धर्म परिवर्तन बेहद गंभीर मामला है और इसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगे और नहीं होने दिया जा सकता. सचदेवा ने कहा है कि यह चिंताजनक बात है कि इस्लामी कट्टरपंथी मौ. कलीम ने विशेष रूप से रैन बसेरा के निवासियों को लक्षित किया है, क्योंकि ये पुरुष और महिलाएं बेघर और बहुत गरीब हैं.
धर्मांतरण में दिल्ली सरकार की मिलीभगत का आरोप: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि इस बात की भी संभावना है कि संबंधित दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के दिल्ली सरकार के कुछ अधिकारी भी संरक्षण दे रहे हों. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने पुलिस आयुक्त से मामले की व्यापक जांच के आदेश देने का आग्रह किया है.
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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने जांच के लिए 5 महत्वपूर्ण बिंदु सुझाए हैं.
- तुर्कमान गेट रैनबसेरा में चल रहे धर्मांतरण के खेल और मौ. कलीम की विस्तृत जांच हो.
- यह पूछताछ की जानी चाहिए कि क्या मौ. कलीम धर्म परिवर्तन के अपने अभियान में अकेला था या उसके पास एक समन्वित गिरोह समूह है. पीड़ितों को उचित न्याय सुनिश्चित करने के लिए कलीम के राजनीतिक संबंधों की भी पूछताछ की जानी चाहिए.
- दिल्ली में सैकड़ों दिल्ली सरकार के रैन बसेरे हैं, जिनमें बेघर गरीब सबसे ज्यादा रहते हैं, जो असुरक्षित हैं और धर्मांतरण के लिए उन्हें फुसलाया जा सकता है. अतः इस पर ध्यान दिया जाये.
- डीयूएसआईबी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए.
- सचदेवा ने पुलिस आयुक्त से दिल्ली के सभी थानों को इन रैनबसेरों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया है.
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