नई दिल्ली: दिल्ली में बीजेपी को 70 में से 8 सीटें ही मिलीं हैं और पिछली बार दिल्ली विधानसभा में बीजेपी की तरफ से विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष रहे विजेंद्र गुप्ता इस बार भी रोहिणी सीट से जीत कर आए हैं. लेकिन अभी तक इसे लेकर फैसला नहीं हो सका है कि विजेंद्र गुप्ता ही इस बार भी विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष होंगे या फिर कोई और चेहरा उनकी जगह लेगा.
केंद्रीय पर्यवेक्षक हैं सरोज पांडेय
इसे लेकर फैसला करने के लिए 19 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीजेपी की जनरल सेक्रेट्री सरोज पांडेय को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. उन्होंने उसके बाद इसे लेकर अलग-अलग मीटिंग्स की और सुझाव लिए और शनिवार रात सभी 8 विधायकों को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में मीटिंग के लिए बुलाया.
सभी 8 विधायकों से लिए सुझाव
सरोज पांडेय ने पहले सभी आठ विधायकों, विजेंद्र गुप्ता, ओपी शर्मा, मोहन सिंह बिष्ट, रामवीर सिंह बिधूड़ी, जितेंद्र महाजन, अनिल बाजपेई, अभय वर्मा और अजय महावर के साथ मीटिंग की और फिर एक-एक करके सभी से विधायक दल के नेता को लेकर उनके सुझाव लिए. हालांकि इस मीटिंग के बावजूद कोई फैसला नहीं हो सका.
हंसराज हंस और रमेश बिधूड़ी भी मिले
विधायकों के साथ सरोज पांडेय की मीटिंग खत्म हुई, उसके तुरंत बाद दो सांसद हंसराज हंस और रमेश बिधूड़ी भी बारी-बारी से पहुंचे और उनसे भी सरोज पांडेय ने मुलाकात की. माना जा रहा है कि दोनों सांसदों ने भी अपनी तरफ से विधायक दल के नेता को लेकर सुझाव दिए. हालांकि बाहर निकलकर मीडिया से बातचीत में सरोज पांडेय ने सिर्फ सलाह मशविरा की ही बात कही.
24 फरवरी से शुरू होगा सत्र
सरोज पांडे ने कहा कि 'हमारे संगठन की प्रक्रिया के तहत आज हमने अपने सभी चुने हुए विधायकों के साथ सलाह मशविरा किया है. आने वाले अधिवेशन में नेता प्रतिपक्ष का भारतीय जनता पार्टी की ओर से चुनाव होना है. हमने उन नामों पर विचार विमर्श किया है. निर्णय हम बहुत जल्द करेंगे.' गौरतलब है कि एक दिन बाद ही यानी 24 फरवरी से दिल्ली विधानसभा का सत्र शुरू होना है और उससे पहले बीजेपी को अपने विधायक दल के नेता का चयन करना है.