नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को 150 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात से दी है. लेकिन पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है.दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा है कि ये सभी बस एक केंद्र सरकार के द्वारा दिए गए फंड से खरीदी गई है. ऐसे में इन सभी बसों के लिए धन्यवाद केंद्र सरकार को ही देना चाहिए. केंद्र सरकार के योगदान को इन सभी इलेक्ट्रिक बसों के ऊपर अगले 1 से 2 दिन में अंकित किया जाए यदि ऐसा नहीं होगा तो दिल्ली की जनता खुद इन बसों पर केंद्र के योगदान को स्टिकर लगाकर अंकित करेगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा आज राजधानी दिल्ली के नागरिकों को 150 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी गई है, साथ ही 3 दिन तक इन बसों में यात्रियों की यात्रा पूरी तरीके से फ्री किया. मुख्यमंत्री द्वारा इलेक्ट्रिक बसों का उद्घाटन किए जाने के बाद से ही यह पूरा मामला लगातार विवादों में बना हुआ है. बीजेपी का कहना है कि इन इलेक्ट्रिक बसों को केंद्र के द्वारा जारी किए गए फंड से खरीदा गया है. लेकिन केंद्र को इसका श्रेय नहीं दिया गया है. पूरे मामले पर भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि डी.टी.सी. की नई ई-बसों पर केन्द्र सरकार का योगदान को अगले 1 से 2 दिनों के भीतर ही अंकित किया जाए.
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली में डी.टी.सी. को 150 इलेक्ट्रिक बसें दिलवाने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद देने के साथ कहा कि लगभग एक दशक बाद डी.टी.सी. के बेड़े में यह नई बसें आई हैं जो केन्द्र सरकार की प्रदूषण रहित बसें लाने की स्कीम एफ.ए.एम.इ. के अंतर्गत दिल्ली सरकार को मिले वित्त अनुदान के बल पर सम्भव हुआ है. लेकिन यह खेद का विषय है की दिल्ली सरकार ने राजनीतिक द्वेष से इन बसों पर भारत सरकार के सहयोग को अंकित नहीं किया है. जबकि इससे पूर्व जब डी.टी.सी. को जवाहर लाल अर्बन रिनूयल मिशन के अनुदान से बसे मिली थी जिन पर आदर पूर्वक JNURM अंकित किया गया था.
दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने अपनी वीडियो बाइट के अंत में कहा कि यदि दिल्ली सरकार इन बसों पर अगले एक दो दिनों में भारत सरकार का योगदान अंकित नहीं करेगी तो दिल्ली की जनता खुद इन बसों पर स्टीकर लगाकर केंद्र सरकार के सहयोग को अंकित करेगी.
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