नई दिल्ली: G-20 शिखर सम्मेलन खत्म हो चुका है. ऐसे में लोगों के मन में एक सवाल जरूर उठ रहा होगा कि क्या दिल्ली की सड़कें सुंदर दिखती रहेंगी या सड़कों पर की गई साज-सज्जा को हटा लिया जाएगा? इन सब सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम में एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय से बातचीत की.
दरअसल, जी20 समिट से पहले दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार, पीडब्ल्यूडी विभाग, नगर निगम और एनडीएमसी के द्वारा सौंदर्यकरण को लेकर जगह-जगह खास तैयारी की गई थी. 6.75 लाख पौधे वाले गमले निगम, पीडब्ल्यूडी और एनडीएमसी ने मिलकर लगाए थे. अब एमसीडी ने साफ कहा कि सड़कों पर लगाए गए गमले, प्रतिमाएं व सजावट नहीं हटाई जाएगी. इसी प्रकार, एनडीएमसी द्वारा करीब एक लाख से अधिक पौधे लगाए गए थे.
सतीश उपाध्याय ने कहा कि जी20 का सफल समापन हुआ है. जिस प्रकार से एनडीएमसी एरिया को हरा भरा बनाया गया है, उसी प्रकार से आगे भी रहेगा. नई दिल्ली की सड़कों को हरा भरा बनाने के लिए एक लाख से अधिक पौधे लगाए थे. 32 सड़कों को ग्रीन बेल्ट किया गया था. 3000 से अधिक बड़े पेड़ लगाए गए थे. गमले वाले पौधे सम्मेलन में आए अतिथियों के ठहरने के लिए तय किए गए होटलों के आसपास और आवागमन वाली सड़कों व कनाॅट प्लेस में रखे गए थे. अब यह आगे भी तरह से हरा भरा रहेगा.
ऑफबीट एरिया में लगे पौधे हटेंगे: जो ऑफबीट एरिया में है, जहां से गमले की चोरी हो सकती है, उन गमलों को स्कूलों, अस्पतालों और एनडीएमसी के कार्यालयों में रखा जाएगा. वहीं, नर्सरी में भी इन गमलों का रखने का निर्णय लिया गया है. इसके आलावा एनडीएमसी इलाके में विभिन्न चौराहों व स्थानों पर 65 फव्वारे लगे हुए हैं. इनमें से 35 फव्वारे सम्मेलन के दौरान लगाए गए, जबकि पहले से लगे 30 फव्वारों को ठीक किया गया. ऐसे में जो फव्वारे लगाए गए हैं वह भी इसी प्रकार से नियमित तौर पर चलते रहेंगे, उनकी देखरेख की जाएगी.
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