नई दिल्ली: भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में डीडीए ने बड़ा कदम उठाया है. डीडीए ने अपने दस कर्मचारियों एवं अधिकारियों को समय से पहले बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
डीडीए से निकाले गए इन सभी दस लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला चल रहा था. आने वाले समय में डीडीए अन्य कर्मचारियों की पहचान कर उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा सकती है.
PM मोदी ने दिया था आदेश!
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न विभागों में ऐसे लोगों की पहचान के लिए कहा था जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. उन्हें विभाग से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए भी उन्होंने कहा था. उनके इस आह्वान पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने न केवल दिल्ली सरकार बल्कि दिल्ली पुलिस और डीडीए को भी ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए थे.
डीडीए ने दस को निकाला विभाग से बाहर
इसी कड़ी में फिलहाल डीडीए ने अपनी पहली सूची जारी करते हुए 10 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है. डीडीए की तरफ से जारी बयान में कहा गया है उन्होंने विभाग में भ्रष्टाचार फैला रहे कर्मचारियों एवं अधिकारियों की पहचान के लिए अभियान चलाया था. इसमें फिलहाल ग्रुप बी, गजेटेड और नॉन गजेटेड कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल हैं.
डीडीए ने पहली सूची में ऐसे 10 कर्मचारियों एवं अधिकारियों की पहचान कर इन लोगों को समय से पहले रिटायरमेंट दे दी है. इनमें एक असिस्टेंट डायरेक्टर, एक असिस्टेंट एकाउंट्स ऑफिसर, दो असिस्टेंट इंजीनियर, चार जूनियर इंजीनियर, एक असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर और एक सेक्शन ऑफिसर शामिल हैं.
इन पर चल रहा था भ्रष्टाचार का मामला
डीडीए की तरफ से कहा गया है उनकी जांच में यह बात सामने आई है कि यह सभी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त थे. इनके खिलाफ आपराधिक मामले भी चल रहे हैं. डीडीए ने भी इनको बाहर निकालने के साथ इनके खिलाफ आपराधिक मामला चलाने को भी मंजूरी दे दी है.