ETV Bharat / state

राजस्थान में 104 बच्चों की मौत, 'राज्य के अस्पतालों के हालात सुधारें'

स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि कोटा में बच्चों की मौत की खबर सुनकर दिल सहम गया है. सुविधाओं के अभाव और सरकार की लापरवाही से जो दर्दनाक मंज़र गोरखपुर में हुआ था, अब वो कोटा में दोबारा हो गया.

DCW Swati Maliwal
स्वाति मालीवाल
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 12:44 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजस्थान के कोटा में बच्चों की लगातार हो रही मौतों पर चिंता व्यक्त की है. साथ ही राज्य सरकार से हालात को सुधारने की अपील की है.

DCW Swati Maliwal tweet
स्वाति मालीवाल का ट्वीट

दरअसल स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि कोटा में बच्चों की मौत की खबर सुनकर दिल सहम गया है. सुविधाओं के अभाव और सरकार की लापरवाही से जो दर्दनाक मंज़र गोरखपुर में हुआ था, अब वो कोटा में दोबारा हो गया. राजस्थान सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द संज्ञान लें और राज्य के सभी अस्पतालों में व्यवस्था और हालात सुधारे जाएं.

ये है पूरा मामला
बता दें कि राजस्थान के कोटा के एक अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 104 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई है. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजस्थान के कोटा में बच्चों की लगातार हो रही मौतों पर चिंता व्यक्त की है. साथ ही राज्य सरकार से हालात को सुधारने की अपील की है.

DCW Swati Maliwal tweet
स्वाति मालीवाल का ट्वीट

दरअसल स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि कोटा में बच्चों की मौत की खबर सुनकर दिल सहम गया है. सुविधाओं के अभाव और सरकार की लापरवाही से जो दर्दनाक मंज़र गोरखपुर में हुआ था, अब वो कोटा में दोबारा हो गया. राजस्थान सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द संज्ञान लें और राज्य के सभी अस्पतालों में व्यवस्था और हालात सुधारे जाएं.

ये है पूरा मामला
बता दें कि राजस्थान के कोटा के एक अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 104 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई है. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.

Intro:Body:

LIVE: बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान कांग्रेस में PM नरेंद्र मोदी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.