नई दिल्ली: राजधानी में बढ़ रहे साइबर अपराध से न केवल आम आदमी बल्कि नामी आदमी भी शिकार बन रहे हैं. ताजा वारदात भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे आरएम लोढ़ा के साथ हुई. एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की ईमेल से उन्हें मेल भेजकर एक लाख रुपये की मदद मांगी गई. उन्होंने दिए गए बैंक खाते में यह रकम भेज दी. बाद में उन्हें पता चला कि सेवानिवृत्त न्यायाधीश की ईमेल हैक कर उन्हें मेल भेजा गया था. वह ठगी का शिकार हो गए.
मदद के लिए आया मेल
मालवीय नगर पुलिस को दी गई शिकायत में पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा की तरफ से बताया गया है कि बीते 19 अप्रैल की देर रात उन्हें एक ईमेल मिला. यह ईमेल सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की मेल आईडी से आया था. इसमें लिखा था कि मुझे आपकी बहुत जरूरी मदद चाहिए. उन्हें लगा कि शायद वह किसी मुसीबत में हैं. इसलिए इस पर विश्वास करते हुए उन्होंने मेल का जवाब लिखा और पूछा कि वह क्या मदद कर सकते हैं.
मेल भेजने वाले ने मांगे एक लाख रुपये
पूर्व मुख्य न्यायाधीश की मेल पर दूसरी तरफ से मेल आया कि उनके एक रिश्तेदार की तबीयत खराब है. उन्हें तुरंत उसके उपचार के लिए एक लाख रुपये की मदद चाहिए. इस मेल में एसबीआई बैंक का एक अकाउंट नंबर भी भेजा गया था. यह खाता दिनेश माली नामक शख्स का था. आरएम लोढ़ा ने पूर्व न्यायाधीश का मेल मानते हुए इस बैंक खाते में दो बार में एक लाख रुपये भेज दिए. उन्हें लगा कि उन्होंने अपने पुराने साथी की मदद की है.
30 मई को ठगी का पता चला
बीते 30 मई को उसी ईमेल आईडी से एक बार फिर उन्हें एक मेल आया. इसमें बताया गया कि बीते18 एवं 19 अप्रैल को उनका ईमेल अकाउंट हैक किया गया था. इससे भेजा गया मेल हैकर का था. इस मैसेज को पढ़ने के बाद उन्हें ठगी का पता चला. उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत मालवीय नगर पुलिस से की. पुलिस ने उनकी शिकायत पर ठगी की एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस सबसे पहले उस खाते के बारे में जानकारी जुटा रही है, जिसमें यह रकम गई है.