नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने पीयूष कुमार श्रीवास्तव और प्रवीण कुमार नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने ठेकेदारों और नेताओं के साथ सरकारी अफसरों को लाखों रुपये की ठगी की. आरोपियों के पास से तीन मोबाइल, चार बैंक खातों की पासबुक, एक लैपटॉप और 55 विजिटिंग कार्ड बरामद किए गए.
दरअसल, दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से सेंट्रल दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में एक शिकायत दी गई कि कुछ लोग सेंट्रल ऑफिस में काम करने के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. मामले की जांच के लिए सेंट्रल डीसीपी संजय सैन की निगरानी में एडिशनल डीसीपी हुकुम सिंह के साथ एसीपी अजय कुमार सिंह सहित कुल सात लोगों की टीम को जांच का काम सौंपा गया.
जांच में सामने आया कि यूपी के मऊ जिले का निवासी पीयूष कुमार श्रीवास्तव (34) खुद को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय रोड स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में कार्यरत बताकर उत्तर पूर्वी राज्यों के कार्यकर्ताओं सहित ठेकेदारों को वरिष्ठ नेताओं के साथ ली गई अपनी तस्वीरें दिखाकर उन्हें, होटल, हवाई यात्रा सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका था.
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वहीं दूसरे आरोपी प्रवीण कुमार (19) ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ओएसडी का विजिटिंग कार्ड छपवा रखा था. साथ ही उसने भारतीय इनक्लूसिव डेवलपमेंट फाउंडेशन के नाम से एनजीओ भी रजिस्टर्ड करवा रखा था. उसने भेल, गेल, सेल, ओएनजीसी और आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों को व्हाट्सऐप के जरिए अपना विजिटिंग कार्ड भेजकर लगभग 45 लाख रुपये का चूना लगाया. साइबर सेल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 419/420/468/471/120B के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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