नई दिल्ली: ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से भेजा गया एक नोटिस सुर्खियों में है. दरअसल पुलिस ने तीन लोगों को यह नोटिस भेजकर उन्हें पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर बुलाया गया है. लेकिन जिन लोगों के नाम पर यह नोटिस है, उनमें से एक की मौत बीते ट्रैक्टर रैली से पहले ही चुकी है. इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से सफाई भी दी गई है.
ट्रैक्टर के नंबर के आधार पर भेजा गया नोटिस
जानकारी के अनुसार बीते 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान जगह जगह पर हिंसा की घटनाएं हुई थी. इस दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न कैमरो एवं सीसीटीवी फुटेज से ट्रैक्टर के नंबर हासिल किए गए थे. इन ट्रैक्टर मालिकों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं.
ऐसा ही एक नोटिस बीते 23 फरवरी को जागीर, सुरजीत और गुरचरण सिंह नामक तीन भाइयों को भेजा गया था. यह तीनों भाई पंजाब के रोपड़ जिला निवासी हैं. नोटिस में उन्हें 3 मार्च को दोपहर के समय द्वारका स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पेश होने के लिए कहा गया था.
31 दिसंबर को ही हो चुकी मौत
दिल्ली पुलिस को ट्वीट के माध्यम से बताया गया है कि जागीर सिंह किसान आंदोलन में शामिल था. लेकिन वह ट्रैक्टर रैली का हिस्सा नहीं था. वह बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन का हिस्सा रहा है. बीते 31 दिसंबर 2020 को उसकी मौत हो चुकी है.
ऐसे में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा के लिए उसको नोटिस भेजा गया है. इस ट्वीट के माध्यम से दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए गए हैं.
पुलिस ने दिया जवाब
दिल्ली पुलिस की तरफ से इस ट्वीट को लेकर जवाब दिया गया है. इसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें एक ट्रैक्टर का नंबर मिला था, जो हिंसा की घटनाओं में शामिल लोगों के पास था. पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए ट्रैक्टर मालिक को नोटिस भेजा है.
यह ट्रैक्टर जागीर, सुरजीत और गुरचरण सिंह के नाम पर पंजीकृत है. इसलिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा तीनों के नाम से नोटिस भेजा गया है.