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दिल्ली में तीन हत्याओं के अपराधी को क्राइम ब्रांच ने दबोचा, रोहिणी जेल में भी कर चुका है कैदी की हत्या - क्राइम ब्रांच ने दबोचा

दिल्ली में तीन लोगों की हत्या (three murders in Delhi) करने के आरोप में उम्रकैद की सजा पाए एक फरार अपराधी को दिल्ली क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल ने गिरफ्तार किया (Crime Branch arrested) है. ये अपराधी दिल्ली की रोहिणी जेल में भी एक कैदी की हत्या कर चुका है. अदालत ने इसे भगोड़ा घोषित कर रखा था.

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Published : Nov 11, 2022, 11:29 AM IST

नई दिल्ली : क्राइम ब्रांच इंटर स्टेट सेल की टीम ने एक ऐसे कुख्यात अपराधी (the infamous criminal)को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है, जो 2013 में जैतपुर में एक हत्या के मामले में रोहिणी जेल में बंद था. वहां भी वर्ष 2018 में उसने एक विचाराधीन कैदी की हत्या कर दी थी और जब इस साल अप्रैल महीने में परोल पर वो जेल से बाहर आया तो उसने एक और हत्या को अंजाम दिया. इस मामले में गिरफ्तार कुख्यात अपराधी का नाम कृष्ण है और गोविंदपुरी के नवजीवन कैम्प का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें :-गाजियाबादः पत्नी की हत्या करके पहुंचा एसएसपी ऑफिस, बोला- साहब मैंने बीवी को मारकर लाश ठिकाने लगा दी

कोर्ट ने किया था भगोड़ा घोषित : स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार, 10 अप्रैल को आरोपी ने अपने साथी के साथ मिल कर संगम विहार इलाके में एक शख्स राशिद खान पर हत्या की नीयत से फायरिंग की थी. ये सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घायल शख्स को अस्पताल ले कर गई, जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. जांच के दौरान कुछ आरोपी पकड़े गए थे, लेकिन आरोपी कृष्ण सहित 2 आरोपी फरार चल रहे थे. इस मामले में कोर्ट ने दोनों को भगोड़ा घोषित किया था.

पुलिस टीम ने कई जगह की थी छापेमारी : लगातार फरार चल रहे अपराधी की पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल के मार्गदर्शन में एसीपी रमेश चंद्र लाम्बा की देखरेख में इंस्पेक्टर सतेंदर मोहन के नेतृत्व में इंस्पेक्टर कमल, एएसआई रमेश, राकेश और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम सूत्रों को सक्रिय कर इसके बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी थी. इसके लिए कई जगह छापेमारी भी की गई. आखिरकार, एक महीने से ज्यादा के प्रयासों के बाद पुलिस टीम इसे गोविंदपुरी इलाके से दबोचने में कामयाबी पाई.

वर्ष 2013 में की थी जैतपुर में पहली हत्या : पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने 2013 में पूजा विसर्जन के दौरान जैतपुर में एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में जैतपुर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था. जिसके बाद साल 2018 में जेल में बंद रहने के दौरान इसने एक विचाराधीन कैदी पवन की सिर्फ इसलिए बेरहमी से पिटाई कर जान ले ली, क्योंकि उसने उसके लिए रूहअफजा बनाने से मना कर दिया था. इस मामले में उसके खिलाफ समयपुर बादली थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा हुई थी.

गोविंदपुरी इलाके में लोगों से करता था उगाही भी : इस साल अप्रैल में उसे परोल पर जेल से छोड़ा गया. जिसके बाद उसने अपने साथी के साथ मिल कर छोटे से झगड़े में हाकिम सिंह नाम के एक शख्स की गोली मार कर हत्या कर दी. इस पर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 3 हत्या के मामले शामिल हैं. ये लूट की वारदातों में भी शामिल रहा है. ये एक कुख्यात और खतरनाक अपराधी है और संगम विहार, गोविंदपुरी इलाके में लोगों से उगाही भी करता था. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

तीन हत्याएं कर चुके अपराधी को क्राइम ब्रांच ने दबोचा

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नई दिल्ली : क्राइम ब्रांच इंटर स्टेट सेल की टीम ने एक ऐसे कुख्यात अपराधी (the infamous criminal)को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है, जो 2013 में जैतपुर में एक हत्या के मामले में रोहिणी जेल में बंद था. वहां भी वर्ष 2018 में उसने एक विचाराधीन कैदी की हत्या कर दी थी और जब इस साल अप्रैल महीने में परोल पर वो जेल से बाहर आया तो उसने एक और हत्या को अंजाम दिया. इस मामले में गिरफ्तार कुख्यात अपराधी का नाम कृष्ण है और गोविंदपुरी के नवजीवन कैम्प का रहने वाला है.

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कोर्ट ने किया था भगोड़ा घोषित : स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार, 10 अप्रैल को आरोपी ने अपने साथी के साथ मिल कर संगम विहार इलाके में एक शख्स राशिद खान पर हत्या की नीयत से फायरिंग की थी. ये सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घायल शख्स को अस्पताल ले कर गई, जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. जांच के दौरान कुछ आरोपी पकड़े गए थे, लेकिन आरोपी कृष्ण सहित 2 आरोपी फरार चल रहे थे. इस मामले में कोर्ट ने दोनों को भगोड़ा घोषित किया था.

पुलिस टीम ने कई जगह की थी छापेमारी : लगातार फरार चल रहे अपराधी की पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल के मार्गदर्शन में एसीपी रमेश चंद्र लाम्बा की देखरेख में इंस्पेक्टर सतेंदर मोहन के नेतृत्व में इंस्पेक्टर कमल, एएसआई रमेश, राकेश और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम सूत्रों को सक्रिय कर इसके बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी थी. इसके लिए कई जगह छापेमारी भी की गई. आखिरकार, एक महीने से ज्यादा के प्रयासों के बाद पुलिस टीम इसे गोविंदपुरी इलाके से दबोचने में कामयाबी पाई.

वर्ष 2013 में की थी जैतपुर में पहली हत्या : पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने 2013 में पूजा विसर्जन के दौरान जैतपुर में एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में जैतपुर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था. जिसके बाद साल 2018 में जेल में बंद रहने के दौरान इसने एक विचाराधीन कैदी पवन की सिर्फ इसलिए बेरहमी से पिटाई कर जान ले ली, क्योंकि उसने उसके लिए रूहअफजा बनाने से मना कर दिया था. इस मामले में उसके खिलाफ समयपुर बादली थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा हुई थी.

गोविंदपुरी इलाके में लोगों से करता था उगाही भी : इस साल अप्रैल में उसे परोल पर जेल से छोड़ा गया. जिसके बाद उसने अपने साथी के साथ मिल कर छोटे से झगड़े में हाकिम सिंह नाम के एक शख्स की गोली मार कर हत्या कर दी. इस पर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 3 हत्या के मामले शामिल हैं. ये लूट की वारदातों में भी शामिल रहा है. ये एक कुख्यात और खतरनाक अपराधी है और संगम विहार, गोविंदपुरी इलाके में लोगों से उगाही भी करता था. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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