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कोरोना अलर्ट: दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में जरूरी दवाओं की खरीद के लिए 104 करोड़ रुपये की दी मंजूरी

चीन में कोरोना के कोहराम मचाने के बाद भारत में सरकार अलर्ट हो गई है. इसको लेकर दिल्ली सरकार भी पुख्ता तैयारी कर रही है. किसी भी आपात स्थिति से निपटाने के लिए सोमवार को सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों के लिए 104 करोड़ रुपए जारी किए हैं. डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने आला अफसरों के साथ बैठक में इसका फैसला लिया.

आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली तैया
आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली तैया
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Published : Dec 26, 2022, 4:30 PM IST

नई दिल्लीः कोरोना की तैयारियों को पुख्ता करने और जरूरतों को देखते हुए सोमवार को दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को जरूरी दवाओं के स्टॉक के लिए 104 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी. सिसोदिया ने कहा कि 104 करोड़ रुपए सरकार द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए स्वीकृत की गई है कि सरकारी अस्पतालों में किसी भी दवा की कमी न हो और वे किसी भी आपात स्थिति के लिए पहले से तैयार हों.

कोरोना से निपटने संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य निदेशालय के उच्चाधिकारियों सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. इसमें उन्होंने अधिकारियों और अस्पताल प्रमुखों से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सामान्य बेड, कोरोना बेड, वेंटिलेटर्स की मौजूदा संख्या और जरूरत पड़ने पर उन्हें बढ़ाने, अस्पतालों में डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती, अस्पतालों की ऑक्सीजन आपूर्ति व स्टॉक, आवश्यक दवाइयों के स्टॉक इत्यादि की समीक्षा की.

साथ ही उन्होंने अस्पतालों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड से संबंधित सभी आवश्यकताओं का आंकलन करने और उसे आज शाम तक स्वास्थ्य निदेशालय के साथ साझा करने के निर्देश दिए. सिसोदिया ने निर्देश दिए कि आज शाम तक सभी अस्पताल अपने यहां कोरोना संबंधित तैयारियों को लेकर सभी जरूरी डेटा उपलब्ध करवाएं.

यह भी पढ़ेंः भारत - चीन के बीच का अंतर बताया वरिष्ठ वैज्ञानिक ने , हाइब्रिड इम्युनिटी को लेकर कही ये बात

आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली तैयारः सिसोदिया ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ.7 विश्व के कई देशों में तेजी से फैल रहा है. दिल्ली में कोरोना का नया वेरिएंट फैले या इससे किसी प्रकार की आपात स्थिति पैदा हो, इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पताल, हमारे मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ इस महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसलिए हमारे नागरिकों को इससे डरने की नहीं, बल्कि अलर्ट रहने की जरूरत है.

उन्होंने अस्पताल इंचार्जों को निर्देश दिए कि वे अपने अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयों का पूरा स्टॉक मेन्टेन रखे ताकि जरूरत पड़ने पर इसकी कमी न हो. उन्होंने कहा कि कोविड के पिछले अनुभवों से हमने बहुत कुछ सीखा है और इससे सरकार को भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी. हमने सभी तैयारियों और संभावित मामलों को लेकर अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.

यह भी पढ़ेंः कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के दुष्प्रभाव को लेकर विशेषज्ञ एकमत नहीं, लॉन्ग कोविड से हो सकती है परेशानी

कल होगा मॉक ड्रीलः भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार मंगलवर यानी 27 दिसम्बर को दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों में कोरोना से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल होगा. दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में इसका आयोजन किया जायेगा. इसमें अस्पताल में कोरोना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज का गहनता से परीक्षण किया जायेगा. मॉक ड्रिल का फोकस अस्पतालों की बेड्स की क्षमता, ह्यूमन-रिसोर्स क्षमता, रेफरल रिसोर्सेज, अस्पतालों की टेस्टिंग क्षमता, मेडिकल सामग्रियों की उपलब्धता, टेलीमेडिसिन सेवाओं, ऑक्सीजन आदि पर होगा.

दिल्ली सरकार की कोरोना से निपटने के लिए मौजूदा तैयारियां

  • अस्पतालों में मौजूदा 8,000 कोविड बेड
  • जरूरत पड़ने पर 36,000 की जा सकती है बेड की संख्या
  • 928 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता
  • रिजर्व में 6000 ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध
  • रोजाना 1 लाख कोविड टेस्ट करने की क्षमता
  • अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध

नई दिल्लीः कोरोना की तैयारियों को पुख्ता करने और जरूरतों को देखते हुए सोमवार को दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को जरूरी दवाओं के स्टॉक के लिए 104 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी. सिसोदिया ने कहा कि 104 करोड़ रुपए सरकार द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए स्वीकृत की गई है कि सरकारी अस्पतालों में किसी भी दवा की कमी न हो और वे किसी भी आपात स्थिति के लिए पहले से तैयार हों.

कोरोना से निपटने संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य निदेशालय के उच्चाधिकारियों सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. इसमें उन्होंने अधिकारियों और अस्पताल प्रमुखों से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सामान्य बेड, कोरोना बेड, वेंटिलेटर्स की मौजूदा संख्या और जरूरत पड़ने पर उन्हें बढ़ाने, अस्पतालों में डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती, अस्पतालों की ऑक्सीजन आपूर्ति व स्टॉक, आवश्यक दवाइयों के स्टॉक इत्यादि की समीक्षा की.

साथ ही उन्होंने अस्पतालों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड से संबंधित सभी आवश्यकताओं का आंकलन करने और उसे आज शाम तक स्वास्थ्य निदेशालय के साथ साझा करने के निर्देश दिए. सिसोदिया ने निर्देश दिए कि आज शाम तक सभी अस्पताल अपने यहां कोरोना संबंधित तैयारियों को लेकर सभी जरूरी डेटा उपलब्ध करवाएं.

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आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली तैयारः सिसोदिया ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ.7 विश्व के कई देशों में तेजी से फैल रहा है. दिल्ली में कोरोना का नया वेरिएंट फैले या इससे किसी प्रकार की आपात स्थिति पैदा हो, इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पताल, हमारे मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ इस महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसलिए हमारे नागरिकों को इससे डरने की नहीं, बल्कि अलर्ट रहने की जरूरत है.

उन्होंने अस्पताल इंचार्जों को निर्देश दिए कि वे अपने अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयों का पूरा स्टॉक मेन्टेन रखे ताकि जरूरत पड़ने पर इसकी कमी न हो. उन्होंने कहा कि कोविड के पिछले अनुभवों से हमने बहुत कुछ सीखा है और इससे सरकार को भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी. हमने सभी तैयारियों और संभावित मामलों को लेकर अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.

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कल होगा मॉक ड्रीलः भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार मंगलवर यानी 27 दिसम्बर को दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों में कोरोना से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल होगा. दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में इसका आयोजन किया जायेगा. इसमें अस्पताल में कोरोना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज का गहनता से परीक्षण किया जायेगा. मॉक ड्रिल का फोकस अस्पतालों की बेड्स की क्षमता, ह्यूमन-रिसोर्स क्षमता, रेफरल रिसोर्सेज, अस्पतालों की टेस्टिंग क्षमता, मेडिकल सामग्रियों की उपलब्धता, टेलीमेडिसिन सेवाओं, ऑक्सीजन आदि पर होगा.

दिल्ली सरकार की कोरोना से निपटने के लिए मौजूदा तैयारियां

  • अस्पतालों में मौजूदा 8,000 कोविड बेड
  • जरूरत पड़ने पर 36,000 की जा सकती है बेड की संख्या
  • 928 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता
  • रिजर्व में 6000 ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध
  • रोजाना 1 लाख कोविड टेस्ट करने की क्षमता
  • अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध
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