नई दिल्ली/नोएडा: इन दिनों 2023 क्रिकेट विश्व कप का खुमार खेल प्रेमियों पर छाया हुआ है. लोगों की क्रिकेट के प्रति दीवानगी का सट्टेबाज भी खूब फायदा उठा रहे हैं. शॉर्ट कट के रास्ते से पैसे कमाने के चक्कर में विश्व कप क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाया जा रहा है. इसको लेकर नोएडा पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है.
नोएडा में सट्टेबाजी नहीं हो इसके लिए पुलिस की टीम ने ब्लू प्रिंट तैयार किया है. डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि एडीसीपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. टीम साइबर सेल के साथ समन्वय बनाकर बारीकी से नजर रखेगी. सट्टेबाजों को पकड़ने के लिए पुलिस की साइबर सेल समेत अन्य एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. दरअसल, ऑनलाइन सट्टेबाजी में स्टेडियम से ही हर बॉल, विकेट पर सट्टा लगता है. इस बार सट्टेबाज गिरोह के बदमाश आसानी से स्टेडियम में जगह बना सकते हैं.
पुलिस की टीम नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पकड़े गए सट्टेबाजों की कुंडली खंगाल रही है. यह पता किया जा रहा है कि गिरफ्तार सट्टेबाज जेल में हैं या जेल से बाहर. जेल से बाहर निकल चुके सट्टेबाजों की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है. इसके लिए सभी थानों से पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों की जानकारी मांगी गई है.
गौरतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में दिल्ली कैपिटल्स और गुजारात टाइटंस के चलते मैच के दौरान अरुण जेटली स्टेडियम में 4 अप्रैल को सट्टेबाजी करवा रहे 25 बुकियों के तार दुबई में बैठे सरगनाओं से जुड़े पाए गए थे. सेंट्रल जिला पुलिस की शुरुआती जांच में ये खुलासा हुआ है था. पुलिस अफसरों का दावा था कि दुबई में बैठे सौरव उर्फ महादेव रेड्डी और मयूर विहार में इसके मास्टरमाइंड हैं. सट्टेबाजी की इन दोनों मास्टरमाइंड ने देश भर में 500 से ज्यादा ब्रांच खोल रखी थी.