नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल की नेता नाजिया दानिश ने आरोप लगाया है कि मंगलवार को निगम की बैठक हमें जानबूझ कर नहीं बोलने दिया गया. महापौर शैली ओबेरॉय तानाशाही कर रही हैं. उन्होंने कहा कि चुने हुए पार्षदों को न बोलने देना लोकतंत्र की हत्या है, जिसे कांग्रेस सहन नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि पार्षदों को दिल्ली की जनता के हक में आवाज उठाने अधिकार है, जिसका इस्तेमाल हम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम में भ्रष्टाचार पूरी तरह व्याप्त है, जिसकी कोई जवाबदेही नहीं है.
ये भी पढ़ें: मॉनिटरिंग कमेटी ने लाजपत नगर में 2018 में सील हुई दुकानों को डी-सील करने का दिया आदेश
निगम प्रभारी जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि दिल्ली गैस का चैंबर बन गई है. यहां सांस लेना भी दूभर हो गया है. दिल्ली में चिकनगुनिया, डेंगू व मलेरिया से जो मौतें हो रही हैं उनके आंकड़े सार्वजनिक किए जाएं. भयंकर प्रदूषण से राजधानी लगातार मौते हो रही हैं, इसका जिम्मेदार कौन है. दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम दमघोटू प्रदूषण की रोकथाम के लिए क्या कर रही है ? जबकि पंजाब में पराली जलाने का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे दिल्ली प्रभावित हो रही है.
दिल्ली में प्रदूषण व डेंगू की बीमारी को लेकर दिल्ली नगर निगम की बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने बैनर व तख्तियां हाथों में लेकर महापौर शैली ओबेरॉय, निगम अधिकारियों व प्रशासन को चेताया. निगम की बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस पार्षद सदन में अपनी बात रखना चाहते थे. जब महापौर ने उन्हें इजाजत नहीं दी तो पार्टी के पार्षद अपनी सीटों से उठकर वेल में जाकर बैठ गए और अधिकारियों व प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. कांग्रेस पार्षदों में कांग्रेस दल की नेता नाजिया दानिश, नाजिया खातून, शीतल, शगुफ्ता चौधरी, श्रीमती सबिला बेगम, हाजी जरीफ और समीर अहमद के अलावा निगम प्रभारी श्री जितेन्द्र कुमार कोचर और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री जगजीवन शर्मा निगम में मौजूद थे.
ये भी पढ़ें: MCD House Meeting: MCD सदन की बैठक शुरू होते ही हंगामा, बीजेपी के साथ कांग्रेस का AAP पर हल्लाबोल