नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज से स्कूली बच्चों को मास्क बांटना शुरू किया है. शुक्रवार से इसकी शुरुआत सिविल लाइंस के सरकारी स्कूल से की गई. उन्होंने स्कूली बच्चों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान, रोकथाम के लिए सरकार की कोशिशों के बारे में बताया.
साथ ही अपने बयान में उन्होंने प्रदूषण के लिए सबसे अधिक पड़ोसी राज्यों में जलाए जा रहे पराली को जिम्मेदार बताया. सीएम केजरीवाल ने स्कूली बच्चों से अपील की है कि वो खट्टर अंकल और कैप्टन अंकल को चिट्ठी लिखकर कहे कि वो अपने यहां के किसानों को पराली जलाने से रोके.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से किस तरह है दिल्ली की आबोहवा खराब होती है, इसके बारे में विस्तार से स्कूली बच्चों को बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सभी पड़ोसी राज्यों से पत्राचार कर रही है. वो खुद फोन पर लगातार संपर्क में है कि वहां की सरकारें किसानों को पराली जलाने से रोके.
सीएम के बच्चों से सवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में स्कूली बच्चों से पूछा दीपावली के दौरान कितने बच्चों ने पटाखे फोड़े. उन्होंने स्कूली बच्चों से पूछा कि किस-किस ने पटाखे जलाए और किस-किस ने नहीं जलाए? साथ ही यह भी पूछा कि कनॉट प्लेस में दिल्ली सरकार के लेजर शो में कितने बच्चे गए थे? तो सैकड़ों बच्चों की मौजूदगी में ना के बराबर स्कूली बच्चे उस लेजर शो का देखने गए.
जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शो खासतौर से स्कूली बच्चों के लिए भी किया गया था. जाते तो उन्हें अच्छा लगता. इस बार मिस कर गए मगर अगली बार वो जरूर जाकर आनंद उठाएं. बता दें कि राजधानी में प्रदूषण के बिगड़े हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एहतियात के तौर पर स्कूली बच्चों को मास्क बांटने का फैसला लिया है. आज से सरकारी और निजी स्कूल में पढ़ने वाले छठी से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को मास्क बांटने की प्रक्रिया शुरू हो गई.
स्कूली बच्चों को एन 95 गुणवत्ता के दो-दो मास्क दिए गए हैं ताकि प्रदूषण के चलते बने दमघोंटू माहौल में मास्क लगाकर स्कूल आ जा सके. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तकरीबन 50 हजार मास्क बांटने का फैसला सरकार ने किया है.