नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को निगम पर ढाई हजार करोड़ के घोटाले के आरोपों की सीबीआई जांच का प्रस्ताव पास हुआ. पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने यह प्रस्ताव सदन के पटल पर रखा, जिसका कई विधायकों और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन किया. अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि आज दिल्ली के लिए सबसे दुखदायक दिन है कि हम चर्चा के लिए खड़े हुए हैं.
'लोग कह रहे, सबसे बड़ा घोटाला'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन का सबसे बड़ा घोटाला कॉमनवेल्थ घोटाला था, लेकिन लोग आज कह रहे हैं कि भाजपा वालों ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया है. सीएम ने यहां तक कहा कि शुक्र है कि जनता ने जन्हें दिल्ली सरकार में नहीं बैठाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सड़क पर जो पहले 10 आदमी मिलें, उनसे पूछ लें कि निगम में भ्रष्टाचार है या नहीं, सभी कहेंगे कि भ्रष्टाचार है और दिल्ली सरकार को सभी ईमानदार बताएंगे.
'भ्रष्टाचारियों को भेजते जेल'
निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 5 से 10 हजार करोड़ का ये हर साल लिंटर में घोटाला करते हैं. केवल ये बंद हो जाए, तो इतना फंड निगम के पास आ जाएगा. सीएम ने कहा कि एमसीडी ने खुद स्वीकार किया है कि निगम के काउंसलर भ्रष्ट हैं और सबका टिकट काटने की बात कही थी. सीएम ने कहा कि अगर इन्होंने उन भ्रष्टाचार करने वालों में से किसी को जेल भेजा होता, तो नए वाले भ्रष्टाचार नहीं करते.
'तो मिल जाती तनख्वाह'
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक काउंसलर जब काउंसलर बनता है, तो साइकिल पर चलता है और फिर बड़ी कार में आ जाता है. ढाई हजार करोड़ के घोटाले के आरोप को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ढाई हजार करोड़ कर्मचारियों का पैसा है. यह घोटाला नहीं होता, तो सफाई कर्मचारियों, डॉक्टर्स को समय पर तनख्वाह मिल जाती, जिन्होंने कोरोना काल ने जान पर खेलकर काम किया है.
'दिल्ली सरकार ने बचाए पैसे'
अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार एक एक पैसा बचा रही है, फ्लाईओवर में हमने कोरोड़ों रुपये बचाए और इसलिए हम जनता को सहूलियत दे पा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पानी, बिजली मुफ्त किया, महिलाओं के लिए यात्रा फ्री की. जबकि एमसीडी वालों ने 187 करोड़ में बनने वाले रानी झांसी फ्लाईओवर को 750 करोड़ में बनाया. सीएम ने कहा कि यह सब जनता का पैसा है, जनता पेट काटकर निगम को टैक्स देती है.
'बन जाते 12 हजार मोहल्ला क्लीनिक'
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ढाई हजार करोड़ में साढ़े 7 हजार बेड के अस्पताल बन जाते, साढ़े 12 हजार मोहल्ला क्लिनिक बन जाते. इस मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों को हिरासत में लिए जाने के मामले पर भी मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई जांच की मांग के लिए जब राघव चड्ढा ने कहा कि मैं गृह मंत्री के घर जा रहा हूं, तो राघव चड्ढा और ऋतुराज सहित 6 लोगों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.
'बच्चे के साथ पी लेते चाय'
अरविंद केजरीवाल ने सवाल किया कि अमित शाह इनके साथ चाय पी लेते, तो क्या हो जाता. उन्होंने कहा कि क्या यह देखने में गुंडा लग रहा है, बच्चे के साथ बैठकर चाय पी लेते. वहीं आतिशी को हिरासत में लिए जाने के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि आतिशी, जिनकी पूरी दुनिया शिक्षा के क्षेत्र में किए उनके काम की तारीफ करती है. उन्हें दिल्ली पुलिस अपराधियों की तरह घसीटकर ले गई. उनके साथ एलजी साहब बैठकर चाय पी लेते.
'चाय के बहाने निशाना'
दरअसल, चाय पीने की बात के जरिए सीएम, नेता विपक्ष रामबीर सिंह बिधूड़ी को निशाने पर ले रहे थे. बिधूड़ी ने अपने संबोधन में कहा था कि सीएम के आवास के सामने निगम के नेता धरने पर बैठे हैं, कितना अच्छा होता कि सीएम उनके लिए चाय लेकर उनके पास जाते. रामबीर सिंह बिधूड़ी ने इस मामले में घोटाले के आरोपों को खारिज किया था, लेकिन अरविंद केजरीवाल इसकी सीबीआई जांच की मांग को लेकर सवाल उठाते रहे.
'भर चुका है पाप का घड़ा'
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारी सारी फाइलों की सीबीआई ने जांच की है, सत्येंद्र जैन के यहां रेड मारी गई, हमारे यहां सब कुछ साफ है. लेकिन जब हमने सीबीआई जांच की मांग की, तो जांच तो दूर उल्टा मांग करने वालों को उठा लिया. निगम के 15 साल के शासन को अरविंद केजरीवाल ने काला युग करार दिया और कहा कि पाप का घड़ा भर चुका है, अब इसका अंत होने जा रहा है. सीएम में दिल्ली वालों को सम्बोधित करते हुए उनके सामने दो मॉडल रखे.
'दे चुके हैं पूरा बकाया'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में दो मॉडल हैं, एक दिल्ली सरकार का मॉडल और एक निगम का मॉडल. उन्होंने कहा कि फरवरी के चुनाव में दिल्ली वालों ने दिल्ली सरकार के मॉडल को चुनकर हमें 62 सीटें दी और भाजपा को 8 सीटें. फंड के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निगम के लोग कोर्ट भी हो आए, कोर्ट ने कई बार कह दिया कि दिल्ली सरकार को जितना बकाया देना था, दे चुकी है.
'सदन ने प्रस्ताव को पास किया'
अरविंद केजरीवाल ने यहां तक कहा कि अब ये कह रहे हैं कि ढाई हजार करोड़ तो खा लिया, अब 13 हजार करोड़ और दे दो खाने को. सीएम ने कहा कि मैं दिल्ली वालों से कहना चाहूंगा कि अगर बकाया बनता भी हो, तो मत देना, ये सब खा जाते हैं. सीएम ने कहा कि दिल्ली की जनता से अपील करना चाहता हूं कि इन्हें निगम में अगली बार हराएं. इसके बाद सीएम ने इस मुद्दे पर प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसके बाद सदन ने इसे पास किया और फिर सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई.