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छठ पूजा 2019: कैसे सूर्य भगवान को व्रती देंगी अर्घ, जब नाले में तब्दील हो चुकी है यमुना

दिल्ली में बहुतायत में छठ मनाने वाले लोगों को असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा कुल 11 सौ से अधिक जगहों पर घाट बनाए गए हैं. जहां लाखों की तादाद में लोग शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए पहुंचेंगे.

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Published : Oct 31, 2019, 7:19 PM IST

यमुना के गंदे पानी में ही डुबकी लगाने को मजबूर होंगे छठ पूजा के व्रती

नई दिल्ली: आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है. प्रकृति पूजा के इस महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाय खाय के साथ हुई. छठ व्रतियों ने समीप के नदी तालाब में नहाने के बाद भगवान सूर्य की उपासना की और उसके बाद व्रत की तैयारियां शुरू कर दी.

नाले में तब्दील हो चुकी है यमुना!

बनाए गए 11 सौ से अधिक घाट

दिल्ली में बहुतायत में छठ मनाने वाले लोगों को असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा कुल 11 सौ से अधिक जगहों पर घाट बनाए गए हैं. जहां लाखों की तादाद में लोग शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए पहुंचेंगे और रविवार सुबह है सूर्योदय को पूजा-अर्चना के बाद इन घाटों से वह अपने घरों के लिए जाएंगे


सरकार दिल्ली से गुजरने वाली यमुना नदी में लाखों की तादाद में लोग छठ पर्व मनाने आते हैं. प्रकृति श्रद्धा व आस्था का पर्व छठ को लेकर नदी किनारे विभिन्न पूजा समितियों द्वारा इंतजाम किए जा रहे हैं. मगर यमुना नदी जिसमें व्रती नहाएंगे. सूर्य देव की आराधना करेंगे, डुबकी लगाएंगे वहां नदी का पानी बिल्कुल नाले की तरह ही बना हुआ है. पानी में घाटों पर जमा कूड़े कचरे को साफ करने की तो कोशिश की जा रही है मगर पानी की गुणवत्ता जिस कदर खराब है वहां भक्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

नई दिल्ली: आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है. प्रकृति पूजा के इस महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाय खाय के साथ हुई. छठ व्रतियों ने समीप के नदी तालाब में नहाने के बाद भगवान सूर्य की उपासना की और उसके बाद व्रत की तैयारियां शुरू कर दी.

नाले में तब्दील हो चुकी है यमुना!

बनाए गए 11 सौ से अधिक घाट

दिल्ली में बहुतायत में छठ मनाने वाले लोगों को असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा कुल 11 सौ से अधिक जगहों पर घाट बनाए गए हैं. जहां लाखों की तादाद में लोग शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए पहुंचेंगे और रविवार सुबह है सूर्योदय को पूजा-अर्चना के बाद इन घाटों से वह अपने घरों के लिए जाएंगे


सरकार दिल्ली से गुजरने वाली यमुना नदी में लाखों की तादाद में लोग छठ पर्व मनाने आते हैं. प्रकृति श्रद्धा व आस्था का पर्व छठ को लेकर नदी किनारे विभिन्न पूजा समितियों द्वारा इंतजाम किए जा रहे हैं. मगर यमुना नदी जिसमें व्रती नहाएंगे. सूर्य देव की आराधना करेंगे, डुबकी लगाएंगे वहां नदी का पानी बिल्कुल नाले की तरह ही बना हुआ है. पानी में घाटों पर जमा कूड़े कचरे को साफ करने की तो कोशिश की जा रही है मगर पानी की गुणवत्ता जिस कदर खराब है वहां भक्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

Intro:नई दिल्ली आस्था का महापर्व आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है प्रकृति पूजा के इस महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाए खाए के साथ हुई छठ व्रतियों ने समीप के नदी तालाब में नहाने के बाद भगवान सूर्य की उपासना की और उसके बाद व्रत की तैयारियां शुरू कर दी दिल्ली में बहुतायत में छठ मनाने वाले लोगों को असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा कुल 11 सौ से अधिक जगहों पर घाट बनाए गए हैं जहां लाखों की तादाद में लोग शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए पहुंचेंगे और रविवार सुबह है सूर्योदय को पूजा-अर्चना के बाद इन घाटों से वह अपने घरों के लिए जाएंगे


Body:सरकार दिल्ली से गुजरने वाली यमुना नदी में लाखों की तादात में लोग छठ पर्व मनाने आते हैं प्रकृति श्रद्धा व आस्था का पर्व छठ को लेकर नदी किनारे तो विभिन्न पूजा समितियों द्वारा इंतजाम किए जा रहे हैं मगर यमुना नदी जिसमें वृत्ति नहाएंगे और घंटों तक सूर्य देव की आराधना के लिए खड़े रहेंगे डुबकी लगाएंगे नदी का पानी बिल्कुल नाले की तरह ही बना हुआ है पानी में घाटों पर जमा कूड़े कचरे को साफ करने की तो कोशिश की जा रही है मगर पानी की गुणवत्ता जिस कदर खराब है वहां वृत्ति को एक एक पल भी बिताना मुश्किल होगा




Conclusion: बता दें कि 31 अक्टूबर यानी आज नहाए खाए के साथ छठ पर्व की शुरुआत हुई है तो 1 नवंबर को खरना वृत्ति करेंगे 2 नवंबर को संध्या का अर्थ और 3 नवंबर को सुबह का अर्थ देकर छठ पूजा का समापन होगा छठ पूजा के चौथे दिन यानी 3 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पर्व का समापन हो जाता है इस दिन छठ प्रति सूर्य उगने से पूर्व ही
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