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CBSE: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के SC/ST छात्रों को एग्जाम फीस में मिली बड़ी राहत

सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें जहां सामान्य वर्ग के छात्रों का परीक्षा शुल्क दोगुना और एससी/एसटी छात्रों का परीक्षा शुल्क 24 गुना तक बढ़ा दिया गया था.

CBSE ने SC/ST छात्रों की बढ़ी हुई फीस में राहत देने का किया फैसला, etv bharat
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Published : Aug 14, 2019, 2:57 AM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एससी/एसटी छात्रों की बढ़ी हुई फीस में राहत देने का फैसला किया है, जिसके तहत छात्रों को अब परीक्षा शुल्क के नाम पर पहले की तरह मात्र 50 रुपये ही जमा करने होंगे और बाकी बढ़ी हुई राशि दिल्ली सरकार द्वारा सीबीएसई को दी जाएगी.

CBSE ने SC/ST छात्रों की बढ़ी हुई फीस में राहत देने का किया फैसला

बता दें कि हाल ही में सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें जहां सामान्य वर्ग के छात्रों का परीक्षा शुल्क दोगुना किया गया था. वहीं एससी/एसटी छात्रों का परीक्षा शुल्क 24 गुना तक बढ़ा दिया गया था.

5 वर्षों में नहीं बढ़ी थी फीस
वहीं बढ़ी हुई फीस से एससी/एसटी के छात्रों को राहत देने को लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि गत 5 वर्षों में सीबीएसई की फीस में कभी भी इजाफा नहीं हुआ. वहीं अतिरिक्त आय ना होने और अधिक व्यय होने के कारण हुई आपूर्ति को पूरा करने के लिए कदम उठाना पड़ा.

पहले 325 रुपये दिल्ली सरकार देती थी
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं कक्षा के एससी-एसटी छात्रों के लिए 375 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें दिल्ली सरकार के विशेष छूट के अनुसार छात्रों को मात्र 50 रुपये ही देने होते थे, बाकी का 325 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देती थी.

12वीं की भी बढ़ाई गई थी फीस
वहीं 12वीं के छात्रों के लिए 600 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें से छात्रों को मात्र 50 रुपये का भुगतान करना पड़ता था और शेष राशि दिल्ली सरकार सीबीएसई को देती थी. लेकिन हाल ही में जारी हुए सर्कुलर में एससी/एसटी के छात्रों की फीस बढ़ा दी गई जिसके तहत उन्हें 1200 रुपये जमा करने के निर्देश दिए गए थे.

1150 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देगी
इस निर्देश का कई विद्यालयों में छात्रों और अभिभावकों ने कड़ा विरोध किया. जिसके चलते मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने निर्देश दिया कि बढ़ी हुई फीस में छात्रों को राहत दी जाए. इस निर्देश के चलते पूर्व की तरह 50 रुपये लेने की प्रक्रिया को फिर से बहाल करने का फैसला ले लिया गया है. वहीं बाकी की बढ़ी हुई फीस यानी 1150 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देगी.

दिल्ली के एससी/एसटी के छात्रों को फायदा
हालांकि अनुराग त्रिपाठी ने स्पष्ट किया है कि फीस में यह राहत केवल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले एससी/एसटी छात्रों के लिए ही है क्योंकि केवल दिल्ली सरकार ही छात्रों की फीस का भुगतान सीबीएसई को करती आई है.

ज्ञात हो कि गत सप्ताह सीबीएसई ने भारत के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं के सामान्य श्रेणी के छात्रों का 5 विषयों का परीक्षा शुल्क 750 से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया है और एससी/एसटी छात्रों का शुल्क 24 गुना तक बढ़कर 1200 रुपये हो गया है.

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एससी/एसटी छात्रों की बढ़ी हुई फीस में राहत देने का फैसला किया है, जिसके तहत छात्रों को अब परीक्षा शुल्क के नाम पर पहले की तरह मात्र 50 रुपये ही जमा करने होंगे और बाकी बढ़ी हुई राशि दिल्ली सरकार द्वारा सीबीएसई को दी जाएगी.

CBSE ने SC/ST छात्रों की बढ़ी हुई फीस में राहत देने का किया फैसला

बता दें कि हाल ही में सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें जहां सामान्य वर्ग के छात्रों का परीक्षा शुल्क दोगुना किया गया था. वहीं एससी/एसटी छात्रों का परीक्षा शुल्क 24 गुना तक बढ़ा दिया गया था.

5 वर्षों में नहीं बढ़ी थी फीस
वहीं बढ़ी हुई फीस से एससी/एसटी के छात्रों को राहत देने को लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि गत 5 वर्षों में सीबीएसई की फीस में कभी भी इजाफा नहीं हुआ. वहीं अतिरिक्त आय ना होने और अधिक व्यय होने के कारण हुई आपूर्ति को पूरा करने के लिए कदम उठाना पड़ा.

पहले 325 रुपये दिल्ली सरकार देती थी
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं कक्षा के एससी-एसटी छात्रों के लिए 375 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें दिल्ली सरकार के विशेष छूट के अनुसार छात्रों को मात्र 50 रुपये ही देने होते थे, बाकी का 325 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देती थी.

12वीं की भी बढ़ाई गई थी फीस
वहीं 12वीं के छात्रों के लिए 600 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें से छात्रों को मात्र 50 रुपये का भुगतान करना पड़ता था और शेष राशि दिल्ली सरकार सीबीएसई को देती थी. लेकिन हाल ही में जारी हुए सर्कुलर में एससी/एसटी के छात्रों की फीस बढ़ा दी गई जिसके तहत उन्हें 1200 रुपये जमा करने के निर्देश दिए गए थे.

1150 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देगी
इस निर्देश का कई विद्यालयों में छात्रों और अभिभावकों ने कड़ा विरोध किया. जिसके चलते मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने निर्देश दिया कि बढ़ी हुई फीस में छात्रों को राहत दी जाए. इस निर्देश के चलते पूर्व की तरह 50 रुपये लेने की प्रक्रिया को फिर से बहाल करने का फैसला ले लिया गया है. वहीं बाकी की बढ़ी हुई फीस यानी 1150 रुपये दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देगी.

दिल्ली के एससी/एसटी के छात्रों को फायदा
हालांकि अनुराग त्रिपाठी ने स्पष्ट किया है कि फीस में यह राहत केवल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले एससी/एसटी छात्रों के लिए ही है क्योंकि केवल दिल्ली सरकार ही छात्रों की फीस का भुगतान सीबीएसई को करती आई है.

ज्ञात हो कि गत सप्ताह सीबीएसई ने भारत के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं के सामान्य श्रेणी के छात्रों का 5 विषयों का परीक्षा शुल्क 750 से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया है और एससी/एसटी छात्रों का शुल्क 24 गुना तक बढ़कर 1200 रुपये हो गया है.

Intro:नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एससी/एसटी छात्रों को बढ़ी हुई फीस में राहत देने का फैसला किया है जिसके तहत छात्रों को अब परीक्षा शुल्क के नाम पर पहले की तरह मात्र 50 रुपए ही जमा करने होंगे और बाकी बढ़ी हुई राशि दिल्ली सरकार द्वारा सीबीएसई को दी जाएगी. बता दें कि हाल ही में सीबीएसई द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें जहां सामान्य वर्ग के छात्रों का परीक्षा शुल्क दुगना किया गया था. वहीं एससी/एसटी छात्रों का परीक्षा शुल्क 24 गुना तक बढ़ा दिया गया था.


Body:वहीं बढ़ी हुई फीस से एससी / एसटी के छात्रों को राहत देने को लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि गत 5 वर्षों में सीबीएसई की फीस में कभी भी इजाफा नहीं हुआ. वहीं अतिरिक्त आय ना होने और अधिक व्यय होने के कारण हुई आपूर्ति को पूरा करने के लिए कदम उठाना पड़ा. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं कक्षा के एससी-एसटी छात्रों के लिए 375 रुपए का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें दिल्ली सरकार के विशेष छूट के अनुसार छात्रों को मात्र 50 रुपए ही देने होते थे, बाकी का 325 रुपए दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देती थी. वहीं 12वीं के छात्रों के लिए 600 रुपए का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें से छात्रों को मात्र 50 रुपए का भुगतान करना पड़ता था और शेष राशि दिल्ली सरकार सीबीएसई को देती थी. लेकिन हाल ही में जारी हुए सर्कुलर में एससी/एसटी के छात्रों की फीस बढ़ा दी गई जिसके तहत उन्हें 1200 रुपए जमा करने के निर्देश दिए गए थे. इस निर्देश का कई विद्यालयों में छात्रों और अभिभावकों ने कड़ा विरोध किया. जिसके चलते मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने निर्देश दिया कि बढ़ी हुई फीस में छात्रों को राहत दी जाए. इस निर्देश के चलते पूर्व की तरह 50 रुपए लेने की प्रक्रिया को फिर से बहाल करने का फैसला ले लिया गया है. वहीं बाकी की बढ़ी हुई फीस यानी 1150 रुपए दिल्ली सरकार सीधा सीबीएसई को देगी. हालांकि अनुराग त्रिपाठी ने स्पष्ट किया है कि फीस में यह राहत केवल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले एससी/एसटी छात्रों के लिए ही है क्योंकि केवल दिल्ली सरकार ही छात्रों की फीस का भुगतान सीबीएसई को करती आई है.


Conclusion: ज्ञात हो कि गत सप्ताह सीबीएसई ने भारत के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं और 12वीं के सामान्य श्रेणी के छात्रों का 5 विषयों का परीक्षा शुल्क 750 से बढ़ाकर 1500 रुपए कर दिया है और एससी/एसटी छात्रों का शुल्क 24 गुना तक बढ़कर 1200 रुपये हो गया है.
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