नई दिल्ली: देशभर में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है. वहीं इसको लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी सीबीएसई स्कूलों से अपील की है कि वो छात्रों को खादी ग्रामोद्योग के महत्व से अवगत कराएं और सप्ताह में एक दिन खादी वेयरिंग डे मनाए. बता दें कि इसकी शुरुआत सभी सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूलों में 2 अक्टूबर से की जाएगी.
'खादी ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए संघर्ष किया'
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनके आदर्शों और खादी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए सीबीएसई एक अनोखी पहल कर रही है. इसको लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि गांधी के जीवन में खादी का बड़ा महत्व रहा.
उन्होंने खादी ग्रामोद्योग को एकता और आत्मनिर्भरता का मुख्य साधन बताया था. उन्होंने पूरा जीवन खादी ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए संघर्ष किया. गांधी की शिक्षा को सही मायने में छात्रों तक पहुंचाने के लिए सीबीएसई ने 'खादी वेयरिंग डे' मनाने का निर्णय लिया है.
खादी को बढ़ावा मिलने से लोगों को रोजगार भी मिलेगा
इसको लेकर सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी किया है. जिसमें सीबीएसई से एफिलेटेड सभी स्कूलों में 'खादी वेयरिंग डे' मनाने के लिए कहा गया है. इस दिन छात्रों को खादी से बनी टाई, बेल्ट मोजे या अन्य चीजें पहनने के लिए प्रोत्साहित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं.
इसको लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि इससे ना केवल छात्र गांधी के बारे में सही शिक्षा ले सकेंगे. बल्कि खादी को बढ़ावा मिलने से इससे संबंधित लोगों को रोजगार भी मिलेगा. हालांकि, सीबीएसई ने इसे अनिवार्य नहीं किया है. केवल स्कूलों से अपील की है कि वो 'खादी वेयरिंग डे' सप्ताह में एक दिन जरूर मनाएं.
सीबीएसई ने 9 संकल्प व्यक्त किए
बता दें कि गांधी जयंती के मौके पर सीबीएसई ने 9 संकल्प व्यक्त किए हैं. जिसमें स्वच्छता से लेकर सत्य और अहिंसा को अपनाने की नैतिक शिक्षा भी शामिल हैं. इसके अलावा सीबीएसई की ओर से खादी को अपनाना, सर्वधर्म प्रार्थना, नई तालीम पर विचार-विमर्श, जल संरक्षण, वृक्षारोपण, जूट के थैले वितरित करने आदि का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था.