नई दिल्ली: राजधानी के सबसे बड़े व्यापारी संगठन कैट ने दिल्ली सरकार की अनलॉक नीति को लेकर अपनी नाराजगी जताई है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने वीडियो बाइट जारी करके यह सवाल पूछा है कि जिस तरीके से दिल्ली सरकार के द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया अपनाई जा रही है क्या वह सही है. दिल्ली में स्थित फैक्ट्री और कंस्ट्रक्शन साइट खोली गई है .जबकि दिल्ली में 15 लाख व्यापारी 35 लाख लोगों को रोजगार देते हैं. ऐसे में इन सभी लोगों की रोजी रोटी का क्या होगा. क्या इन लोगों की रोजी-रोटी दिल्ली सरकार के लिए मायने नहीं रखती है.
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कैट ने अनलॉक पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि जो निर्माण कार्य शुरू किए गए हैं, क्या वहां पर सोशल डिस्टेंस का पालन हो पाएगा, विशेष तौर पर कंस्ट्रक्शन साइट्स और फैक्ट्रियों के अंदर? फैक्ट्रियां खुलेंगी तो फैक्ट्रियों को सामान बनाने के लिए कच्चा माल कहां से मिलेगा और जब फैक्ट्री में माल बनकर तैयार हो जाएगा तो वह बिकेगा कहां जबकि बाजार और दुकानें तो बंद हैं.
'फिर से करें विचार'
कैट दिल्ली के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से यह अपील करता है कि राजधानी दिल्ली में अपनाए जा रहे अनलॉक की प्रक्रिया के तरीकों के ऊपर एक बार फिर गौर किया जाए और व्यापारियों को राहत दी जाए. दिल्ली के सभी व्यापारी संगठन सरकार के साथ इस मुश्किल समय में खड़े हैं. ऐसे में यदि बाजार खोले जाते तो सभी नियमों का पालन किया जाएगा.
'खोलें जाएं बाजार'
अनलॉक के दौरान दिल्ली के बाजारों को ना खोले जाने से दिल्ली के व्यापारी परेशान और निराश हैं. दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 26% से गिरकर डेढ़ परसेंट तक आ गई है. ऐसे में दिल्ली के बाजार खोले जाने चाहिए. क्योंकि व्यापारी वर्ग भी आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है और उसके पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है.
'मुख्यमंत्री और राज्यपाल को लिखेंगे पत्र'
दिल्ली में अनलॉक की शुरुआत हो गई है लेकिन बाजार ना खुलने से व्यापारी परेशान हैं. पिछले 1 महीने बाजार बंद होने से व्यापारियों को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है. इन हालातों में वित्तीय संकट से घिरे व्यापारी. कैट दिल्ली के व्यापारियों की तरफ से मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल को अनलॉक के तरीके पर एक बार दोबारा गौर करने की मांग को लेकर पत्र लिखेगा. जिसमें बाजार खोलने की अपील की जाएगी.