नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सांसद मनोज तिवारी ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में अपने प्रभाव का दुरुपयोग (satyendra jain is misusing his influence) करते हुए न केवल सहअभियुक्तों से मिल रहे हैं, बल्कि गवाहों से भी उनकी मुलाकात हो रही हैं. साथ ही उन्हें जेल में अन्य सुविधाएं भी दी जा रही हैं. ये सारी घटनाएं सीसीटीवी में भी कैद हैं.
बीजेपी नेताओं ने कहा कि जेल अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है. इसलिए दोषी जेल कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. गुप्ता ने कहा है कि सत्येंद्र जैन अभी भी दिल्ली सरकार के मंत्री बने हुए हैं और 30 मई को गिरफ्तारी से पहले उनके पास स्वास्थ्य के साथ जेल विभाग भी था. जेल अधिकारियों के साथ उनके पहले से ही संपर्क हैं जिसका वह अवैध लाभ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह करोड़ों की ठगी करने वाले सुकेश चंद्रशेखर जैसा ही मामला है जिसने जेल में करोड़ों की रिश्वत देकर सुविधाओं का लाभ उठाया.
भाजपा नेताओं ने कहा कि अदालत को उनके गवाहों और सहअभियुक्तों से मिलने का सीसीटीवी फुटेज भी मुहैया कराया गया है. जैन पहले भी इसी तरह जेल में रहते हुए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते रहे हैं. साथ ही यह भी आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री होने के चलते उन्होंने दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल से झूठा सर्टीफिकेट हासिल कर लिया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए. जब अदालत ने ऐसा सर्टिफिकेट केंद्र सरकार के लोहिया अस्पताल से लाने के लिए कहा तो वह सर्टिफिकेट जमा नहीं करा पाए.
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वहीं, सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब तक सत्येंद्र जैन को मंत्रिमंडल से नहीं हटाया है. जबकि, उन्हें जेल में रहते हुए पांच महीने से ज्यादा बीत चुके हैं.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल उन्हें जानबूझ कर मंत्रिपद से नहीं हटा रहे ताकि जेल में रहते हुए वह अपने प्रभाव का अवैध इस्तेमाल करते रहें. आमतौर पर अगर कोई सरकारी कर्मचारी 24 घंटे तक हिरासत में रहता है तो उसे सस्पेंड कर दिया जाता है, लेकिन एक मंत्री पांच महीने से जेल में है और मुख्यमंत्री उसे क्लीन चिट भी दे रहे हैं. इससे बड़ी राजनीतिक बेइमानी और क्या हो सकती है.
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