नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से लगातार भाजपा और केंद्र सरकार के ऊपर लगातार आम आदमी पार्टी के नेताओं के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करके ना सिर्फ गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, बल्कि तीखे सवाल भी पूछे जा रहे थे. इसी बीच आज दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार द्वारा लगाए जा रहे सभी आरोपों का ना सिर्फ जवाब दिया बल्कि दिल्ली सरकार पर निशाना भी साधा.
सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जब देश कोरोना से लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहा था, उस वक्त अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार 21 साल से कम उम्र के युवाओं को शराब पिलाने की तैयारी में जुटी थी और जब कोरोना की चपेट में दिल्ली आने लगी और हालात केजरीवाल के हाथ से बाहर जाने लगी, तब अरविंद केजरीवाल ने लापरवाही का ठीकरा बड़ी चालाकी से केंद्र सरकार के ऊपर डाल दिया.
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आज केजरीवाल सरकार से मैं सवाल करती हूं कि पिछले 2 साल में केंद्र सरकार से जो 1116 करोड़ और इस साल 1120 करोड रुपए मिले थे उसका दिल्ली सरकार ने क्या किया. सत्ता में आने के लिए अरविंद केजरीवाल ने कई झूठ पर झूठ बोले हैं.
2015 में उन्होंने कहा था हम दिल्ली के अस्पतालों में 30,000 नए बेड लगाएंगे. ताकि राजधानी दिल्ली की जनता को असुविधा ना हो. लेकिन आज तक सिर्फ 354 नए बेड ही जोड़े गए हैं. नगर निगम के अंतर्गत आने वाली डिस्पेंसरी जिनकी संख्या पहले 265 थी केजरीवाल ने उनकी संख्या घटाकर 230 कर दी है.
'कोरोना से जंग में क्या है दिल्ली सरकार का योगदान'
10,000 करोड़ के स्वास्थ्य बजट वाली दिल्ली सरकार कोरोना से जंग में क्या कर रही है. केजरीवाल के नेतृत्व में चल रही दिल्ली सरकार द्वारा बनाया गया मोहल्ला क्लीनिक अगर एक टीकाकरण केंद्र के लायक भी होता तो बात समझ में आती है. लेकिन आज सभी मोहल्ला क्लिनिक ना सिर्फ बंद पड़े हैं बल्कि धूल फांक रहे हैं.
यही दिल्ली सरकार बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर पूरे देश में प्रचार किया करती थी. अपने स्वास्थ्य व्यवस्था का जिसे विश्वस्तरीय बताया जाता था.लेकिन वर्तमान समय में केजरीवाल सरकार की पोल खुल कर सबके सामने आ गई है और यह पता लग गया है सभी को कि दिल्ली सरकार किस तरह से झूठा प्रचार करती है.