नई दिल्ली: बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने विपक्ष के मणिपुर दौरे पर तंज कसा है. शनिवार को विपक्षी दलों का गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलांयस) के 21 सांसदों की टीम मणिपुर का दौरा करने निकली है. ये सांसद हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे. विपक्ष के सांसदों के दौरे को लेकर बीजेपी सांसद ने कहा कि मणिपुर की स्थिति का विश्लेषण करने के बजाय, वे हवाई अड्डे और रास्ते की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं. सांसद ने सवाल किया है कि क्या विपक्षी नेता राजनीतिक टूर पर हैं?
विपक्ष को संसद में चर्चा करनी चाहिए
बीजेपी सांसद ने कहा कि इस वक्त विपक्ष को संसद में चर्चा करनी चाहिए थी. देश के गृहमंत्री ने खुलकर कह दिया था कि हम मणिपुर को लेकर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष के लोगों ने चर्चा नहीं होने दी. उन्होंने कहा कि संसद के पहले दिन पीएम मोदी और अन्य नेताओं ने कहा था कि वे मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं. विपक्ष इस पर चर्चा नहीं करना चाहता और इस मुद्दे को जीवित रख बस राजनीति करना चाहता है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि मैं हैरान हूं ऐसी घटना हो रही है लेकिन सिर्फ विपक्ष के लोग आग भड़काना चाहते हैं. वो मणिपुर के लिए सिर्फ इसलिए निकले हैं ताकि अपना प्रचार कर सकें.
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विपक्ष जानबूझ कर मणिपुर को बना रही मुद्दा
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने इंडिया पर तंज कसते हुए कहा कि साल 1993 में मणिपुर में हुई हिंसा में 700 से अधिक लोगों की हत्या हुई थी. आज देश के अलग-अलग राज्यों में इस तरह की घटनाएं हो रही है, लेकिन विपक्ष को सिर्फ मणिपुर याद आ रहा है. मणिपुर के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी महिलाओं के साथ दरिंदगी की घटनाएं आई हैं और चर्चा उनपर भी होनी चाहिए. विफक्ष इसलिए चर्चा नहीं चाहता क्योंकि विपक्ष को पता है कि चर्चा होगी तो राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की घटनाओं पर भी होगी.
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