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साधु-संतों की शरण में BJP, उठा सवाल- इमामों को वेतन तो पुजारियों को क्यों नहीं?

पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को तमाम धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई. इसमें उनके प्रमुख भी आए और पार्टी के नेताओं ने मंच से भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की.

BJP ने साधु-संतों के साथ की बैठक
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Published : May 10, 2019, 4:58 PM IST

Updated : May 10, 2019, 11:36 PM IST

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को दिल्ली में मतदान होना है. उससे ठीक 2 दिन पहले भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटों पर दोबारा जीतने के लिए साधु-संतों की बैठक बुलाई.

पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को तमाम धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई. इसमें उनके प्रमुख भी आए और पार्टी के नेताओं ने मंच से 12 मई को दिल्ली की 7 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की.

BJP ने साधु-संतों के साथ की बैठक

'इमामों को वेतन तो पुजारियों को क्यों नहीं'
प्रदेश भाजपा प्रचार समिति के जय भगवान गोयल ने साधु संतों की मौजूदगी में कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने के लिए मस्जिदों के इमामों को प्रतिमाह 18000 रुपये वेतन देना सुनिश्चित किया है. केजरीवाल सरकार सिर्फ इमामों को ही क्यों, मंदिर के पुजारियों को भी वेतन क्यों नहीं देती. उन्होंने धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि चुनाव के बाद इस संबंध में वे राज्य सरकार और केंद्र में बनने वाली सरकार से गुजारिश करेंगे. उन्होंने केजरीवाल सरकार को हिंदू विरोधी कहा.

'एक बार फिर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाएं'
वहीं दयालु महाराज ने भी कहा कि मोदी सरकार की नीतियां हिंदू विरोधी नहीं है. कांग्रेस और अन्य दलों ने अपने संकल्प पत्र में जिस तरह देशद्रोह की बात करने वालों पर मुकदमा नहीं चलाने की बात कही है, इससे देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. ऐसे में हिंदू धर्म संकट में पड़ जाएगा. हमें ये मौका मिला है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर एक बार फिर नरेंद्र मोदी को बैठाया जाए.

धार्मिक संगठनों को बुला रही है भाजपा
बता दें कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के लिए पार्टी के प्रत्याशी, पार्टी के बड़े नेता अपने स्टार प्रचारकों के साथ क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं. वहीं प्रदेश कार्यालय में भी अलग-अलग संगठनों की बैठक बुलाकर उनसे भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली के धार्मिक और सामाजिक संगठनों को यहां बुलाया गया था.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को दिल्ली में मतदान होना है. उससे ठीक 2 दिन पहले भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटों पर दोबारा जीतने के लिए साधु-संतों की बैठक बुलाई.

पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को तमाम धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई. इसमें उनके प्रमुख भी आए और पार्टी के नेताओं ने मंच से 12 मई को दिल्ली की 7 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की.

BJP ने साधु-संतों के साथ की बैठक

'इमामों को वेतन तो पुजारियों को क्यों नहीं'
प्रदेश भाजपा प्रचार समिति के जय भगवान गोयल ने साधु संतों की मौजूदगी में कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने के लिए मस्जिदों के इमामों को प्रतिमाह 18000 रुपये वेतन देना सुनिश्चित किया है. केजरीवाल सरकार सिर्फ इमामों को ही क्यों, मंदिर के पुजारियों को भी वेतन क्यों नहीं देती. उन्होंने धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि चुनाव के बाद इस संबंध में वे राज्य सरकार और केंद्र में बनने वाली सरकार से गुजारिश करेंगे. उन्होंने केजरीवाल सरकार को हिंदू विरोधी कहा.

'एक बार फिर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाएं'
वहीं दयालु महाराज ने भी कहा कि मोदी सरकार की नीतियां हिंदू विरोधी नहीं है. कांग्रेस और अन्य दलों ने अपने संकल्प पत्र में जिस तरह देशद्रोह की बात करने वालों पर मुकदमा नहीं चलाने की बात कही है, इससे देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. ऐसे में हिंदू धर्म संकट में पड़ जाएगा. हमें ये मौका मिला है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर एक बार फिर नरेंद्र मोदी को बैठाया जाए.

धार्मिक संगठनों को बुला रही है भाजपा
बता दें कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के लिए पार्टी के प्रत्याशी, पार्टी के बड़े नेता अपने स्टार प्रचारकों के साथ क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं. वहीं प्रदेश कार्यालय में भी अलग-अलग संगठनों की बैठक बुलाकर उनसे भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली के धार्मिक और सामाजिक संगठनों को यहां बुलाया गया था.

Intro:नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को दिल्ली में मतदान होगा. उससे ठीक 2 दिन पहले दिल्ली की सातों सीट जीतने के लिए भाजपा साधु-संतों के शरण में पहुंच गई है.


Body:पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में आज तमाम धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई. इसमें उनके प्रमुख भी आए और पार्टी के नेताओं ने मंच से अपील की कि वह रविवार यानि 12 मई को दिल्ली की 7 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट दें.

प्रदेश भाजपा प्रचार समिति के जय भगवान गोयल ने साधु संतों की मौजूदगी में कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने के लिए मस्जिदों के इमामों को प्रतिमा प्रतिमाह 18000 रुपये वेतन देना सुनिश्चित किया है. केजरीवाल सरकार सिर्फ इमामों को ही क्यों, मंदिर के पुजारियों को भी वेतन क्यों नहीं देती. उन्होंने धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि चुनाव बाद इस संबंध में वे राज्य सरकार तथा केंद्र में बनने वाली सरकार से गुजारिश करेंगे. उन्होंने धार्मिक साधु-संतों को अभी इसे मुद्दा बनाते हुए ही भाजपा सरकार भाजपा प्रत्याशियों को वोट दिलाने की अपील की. उन्होंने केजरीवाल को हिंदू विरोधी सरकार कहा. आप दिल्ली में लाखों की तादात में मंदिर हैं मगर मंदिर और पुजारियों के लिए दिल्ली सरकार ने कोई भी प्रावधान नहीं किया.

वहीं, दयालु महाराज ने भी कहा कि मोदी सरकार की नीतियों हिंदू विरोधी नहीं है. कांग्रेस व अन्य दलों ने अपने संकल्प पत्र में जिस तरह देशद्रोह बात करने वालों पर मुकदमा नहीं चलाने की बात कही है इससे देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. ऐसे में हिंदू धर्म संकट में पड़ जाएगा. हमें यह मौका मिला है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर एक बार फिर नरेंद्र मोदी की बैठाया जाए.


Conclusion:बता दें कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीट के लिए पार्टी के प्रत्याशी, पार्टी के बड़े नेताओं के साथ हो लेकर वह स्टार प्रचारकों के साथ क्षेत्र में प्रचार तो कर ही रहे हैं. प्रदेश कार्यालय में भी अलग-अलग संगठनों की बैठक बुलाकर उन्हें भाजपा के पक्ष में वोट की अपील लोगों से करने के लिए कहा जा रहा है. इसी क्रम में दिल्ली के तमाम धार्मिक व सामाजिक संगठनों को यहां बुलाया गया था.

समाप्त, आशुतोष झा
Last Updated : May 10, 2019, 11:36 PM IST

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