नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के दौर में दिल्लीवालों की जान बचाने की बजाय जिस तरह अव्यवस्था फैलाने का काम केजरीवाल ने किया इसके खिलाफ बीजेपी के तमाम नेता सोमवार को विरोध जताने के लिए सड़कों पर उतरे.
इसी कड़ी में रोहिणी से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता भी अपने समर्थकों के साथ साईं बाबा चौक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना था कि वे इस समय ऐसे धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं दे सकती.
'केजरीवाल सरकार रही विफल'
कोरोना से लड़ने में केजरीवाल सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता अपने समर्थकों के साथ रोहिणी स्थित साईं बाबा चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे, तब उन्होंने कोरोना के चलते हुई कई मौत की घटना को सुनाया.
उन्होंने कहा कि सभी मरनेवालों के परिजनों ने केजरीवाल सरकार से उचित इलाज की गुहार लगाई, लेकिन उन्हें दुख है कि पीड़ितों की नहीं सुनी गई. इससे बड़ी विफलता और क्या हो सकती है.
'अब वेतन देने के लिए पैसे नहीं'
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि अब केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्हें अपने डॉक्टर, नर्स और अन्य सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं है. यह सरकार की विफलता को दर्शाता है. क्योंकि विज्ञापनों पर करोड़ों रुपया इस दौरान सरकार ने बहाया है. अब जो डॉक्टर योद्धा बनकर कोरोना से लड़ रहे हैं, उनकी वेतन देने के लिए सरकार कह रही है कि पैसे नहीं है.
हिरासत में लिए गए विधायक
बीजेपी विधायक के धरने के दौरान ही पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वहां पर "भारत माता की जय" और "केजरीवाल मुर्दाबाद" के नारे लगे फिर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और इस तरह धरना खत्म हो गया.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद हार की मंथन में जुटे हुई बीजेपी के तमाम नेता कोरोना संकट काल में आज पहली बार सड़कों पर उतरे और केजरीवाल सरकार के खिलाफ उन्होंने विरोध जताया.