नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के बीच संभावित गठबंधन को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व सिख नेता आरपी सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा कि गठबंधन हुआ तो अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं को दिल्ली के सिख नहीं बख्शेंगे.
दंगा पीड़ितों के लिए न्याय का वादा
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री आर.पी सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी जब बनी थी, उसके बाद वर्ष 2013, 2014 और 2015 में लगातार चुनाव मैदान में उतरी. तब अपने घोषणा पत्र में उसने दिल्ली के सिख दंगा पीड़ितों से वादा किया था कि उनकी सरकार बनी तो वे दंगा पीड़ितों की हर संभव मदद करेंगे.
जिसमें एसआईटी बनाने से लेकर दोषियों को सजा दिलाने व उचित मुआवजा दिलाने का वादा शामिल था. तब केजरीवाल कांग्रेस के दंगा भड़काने के आरोपी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की वादा किया था. अब उसी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस से गठबंधन कर केजरीवाल सिख दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करने जा रहे हैं.
सिख बहुल इलाकों से निकलना मुश्किल
आरपी सिंह ने आम आदमी पार्टी को चेताया की अगर वह कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हैं तब उनकी पार्टी के नेताओं को दिल्ली के सिख बहुल इलाके में निकलना मुश्किल हो जाएगा. उनके साथ कुछ भी हो सकता है. इतना ही नहीं उन्होंने आम आदमी पार्टी के सिख विधायक जरनैल सिंह, अवतार सिंह कालका, जगदीप सिंह का नाम लेते हुए कहा कि यह भी चुप क्यों बैठे हैं?
इन्होंने दिल्ली विधानसभा में सिख दंगा पीड़ितों को न्याय नहीं दिलाने के लेकर केंद्र सरकार से राजीव गांधी को भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव तक ले आए थे. आज चुप बैठे हैं? इनका खून क्या पानी बन चुका है. वहीं भाजपा नेता आरती सिंह ने लोकसभा चुनाव सफल रूप से निबटे, इसके लिए आम आदमी पार्टी से अपील की है कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन ना करें.