नई दिल्ली : नई दिल्ली नगर पालिका परिषद की तरफ से बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई. इसमें परिषद के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि NDMC ने बुधवार को आयोजित अपनी परिषद की बैठक में उसके समक्ष रखे गए एजेंडा आइटमों में केवल कुछ प्रस्तावों को मंजूरी दी है. इसका कारण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का बैठक के बीच में से भाग जाना है. जिस वजह से नई दिल्ली के न केवल विकास कार्यों में अपितु कर्मचारियों से संबंधित कार्यों में बाधा आती है और काम लम्बे समय के लिए लंबित हो जाते हैं.
उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री मीटिंग के पिठासीन अधिकारी थे. बिना कुछ सोचे-समझे परिषद् बैठक को स्थगित करके चले गए. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री को परिषद् में होने वाली मासिक बैठकों में आने से डर लगता है, क्योंकि जिस तरह का तानाशाह का व्यवहार वह अपने यहां विधानसभा में रखते हैं उन्हें यहां आने में डर लगता है.
उन्होंने कहा कि केवल निष्कासन की वजह से मुख्यमंत्री बैठक में भाग लेते हैं, अपितु विकास कार्यों में उनकी कोई भूमिका नहीं होती. उपाध्याय ने जी20 से संबंधित गतिविधियों में मुख्यमंत्री के शामिल न होने पर भी सवाल उठाया और कहा कि पिछले दिनों में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में वह कहां थे? इसमें दुनिया के सबसे प्रभावशाली देशों ने हिस्सा लिया, लेकिन मुख्यमंत्री दूसरे काम में व्यस्त थे. उन्होंने सवाल किया कि क्या जी20 शिखर सम्मेलन से जुड़े मामलों की निगरानी करना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी नहीं थी.
आज आयोजित परिषद् की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री से परिषद् सदस्यों ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और डेंगू मलेरिया को लेकर सवाल पूछे जिस पर मुख्यमंत्री बीच में बिना जवाब दिए बैठक छोड़ कर चले गए. उपाध्याय ने कहा कि वायु प्रदूषण का स्तर हानिकारक स्तर को छूने लगा है और दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. केजरीवाल ने एनडीएमसी काउंसिल की बैठक में कोई जवाब नहीं दिया और पहले चार बार की तरह बैठक छोड़कर चले गए.
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